ईरान के सर्वोच्च नेता, अयातोल्ला अली खामेनेई ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ईरान को आत्मसमर्पण करने की मांग को खारिज कर दिया। खामेनेई ने कहा कि यह विचार अवास्तविक था।
खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘ईरान को आत्मसमर्पण करना होगा।’ कहने की जरूरत नहीं है, यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति के मुंह से निकलने लायक नहीं है।”
खामेनेई की टिप्पणी अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु स्थलों पर हमलों के बाद आई। उन्होंने घोषणा की कि ईरान ने संघर्ष में जीत हासिल की है और ट्रम्प के एक महत्वपूर्ण सैन्य जीत के दावों को खारिज कर दिया है।
खामेनेई ने कहा कि अमेरिका ‘ज़ायोनी शासन’ की रक्षा के लिए युद्ध में शामिल हुआ, लेकिन अंततः अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल रहा। ट्रम्प ने कहा है कि हमलों के कारण ईरान के परमाणु कार्यक्रम को महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है। ट्रम्प ने बाद में ट्रुथ सोशल का इस्तेमाल करते हुए ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ की मांग की और आगे की कार्रवाई की चेतावनी दी। ट्रम्प ने एक व्हाइट हाउस संबोधन में कहा कि ईरान को शांति और अत्यधिक परिणामों के बीच चयन करना होगा। उन्होंने कहा कि अन्य लक्ष्य बने हुए हैं और यदि शांति जल्दी हासिल नहीं हुई तो उन्हें निशाना बनाया जाएगा।