
उत्तर कोरिया उन 9 देशों में से एक है जिनके पास परमाणु हथियार हैं। लेकिन अब अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास से नाराज तानाशाह किम जोंग उन ने घोषणा की है कि उनका देश अपनी परमाणु क्षमता को तेजी से बढ़ाएगा। उन्होंने इन सैन्य अभ्यासों को युद्ध भड़काने का स्पष्ट प्रयास बताया है। मंगलवार को उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया KCNA ने उनकी यह चेतावनी जारी की। अमेरिका और दक्षिण कोरिया इस सप्ताह से संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इन अभ्यासों में उत्तर कोरिया की परमाणु धमकियों का जवाब देने के लिए नई रणनीति का परीक्षण किया जा रहा है। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग अक्सर इन अभ्यासों को हमले की तैयारी के रूप में आलोचना करता है और कभी-कभी इसके जवाब में हथियारों का परीक्षण करता है। हालांकि, दक्षिण कोरिया और अमेरिका का कहना है कि ये अभ्यास पूरी तरह से रक्षात्मक हैं। Reuters की खबर के अनुसार, ये 11 दिन चलने वाले सालाना अभ्यास Ulchi Freedom Shield कहलाते हैं। इनका पैमाना पिछले साल 2024 जैसा ही है, लेकिन 40 में से 20 फील्ड ट्रेनिंग इवेंट्स को सितंबर तक टाल दिया गया है। दक्षिण कोरियाई सेना के अनुसार, यह बदलाव राष्ट्रपति ली जे म्युंग की उस कोशिश का हिस्सा है जिसमें वे उत्तर कोरिया के साथ तनाव कम करना चाहते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि प्योंगयांग इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं देगा। Reuters की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को रोकने पर चर्चा जल्द ही वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग की मुलाकात में होने की उम्मीद है। अमेरिकन साइंटिस्ट्स फेडरेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया के पास इतनी सामग्री हो सकती है जिससे 90 तक परमाणु हथियार बनाए जा सकें। लेकिन वास्तव में, उसने अब तक लगभग 50 हथियार ही बनाए हैं। इसके अतिरिक्त, उत्तर कोरिया अगले साल अक्टूबर तक तीसरा 5,000 टन का विध्वंसक जहाज बनाने की योजना बना रहा है और इन युद्धपोतों के लिए क्रूज और एंटी-एयर मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है।






