लेबनान के संसद अध्यक्ष नबीह बेरी ने स्पष्ट कर दिया है कि इजरायल के साथ किसी भी तरह के ‘सामान्यीकरण’ की संभावना पूरी तरह से समाप्त है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी संबंधित पक्ष, जिनमें लेबनान, इजरायल, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और संयुक्त राष्ट्र शामिल हैं, को अप्रत्यक्ष वार्ताओं में भाग लेना चाहिए। बेरी ने लेबनानी अख़बार अशरक अल-अवस्त को दिए एक साक्षात्कार में यह बात कही।
बेरी ने जोर देकर कहा कि यदि आवश्यक हो, तो नागरिक विशेषज्ञों को भी शामिल किया जा सकता है, जैसा कि 2000 में ब्लू लाइन के सीमांकन के दौरान भूवैज्ञानिकों और मानचित्रण विशेषज्ञों के साथ हुआ था। उन्होंने इजरायल द्वारा की जा रही धमकियों और हवाई हमलों की निंदा की और कहा कि इससे लेबनान के रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा।
गौरतलब है कि 27 नवंबर 2024 से हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच युद्धविराम लागू है। इसके बावजूद, इजरायली सेना लेबनान में छिटपुट हमले जारी रखे हुए है, जिसका बचाव वह हिजबुल्लाह के ‘खतरों’ के खिलाफ कार्रवाई के रूप में करती है। इजरायल ने लेबनानी सीमा पर पांच प्रमुख स्थानों पर अपनी सेना तैनात कर रखी है। शनिवार को, पूर्वी और दक्षिणी लेबनान में तीन वाहनों को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए।
इस बीच, लेबनान ने युद्धोपरांत पुनर्निर्माण को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बना लिया है, भले ही इजरायली हमलों के कारण रिकवरी प्रयासों में बाधा आ रही है। सार्वजनिक निर्माण और परिवहन मंत्री फ़ायज़ रस्समनी ने शनिवार को बताया कि सरकार और राष्ट्रपति पद के लिए पुनर्निर्माण अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इजरायली हमलों के कारण फील्डवर्क में लगातार रुकावट आ रही है। रस्समनी ने बताया कि सरकार ने बुनियादी ढांचे की क्षति का विस्तृत मूल्यांकन पूरा कर लिया है और पुनर्निर्माण के लिए एक स्पष्ट योजना तैयार की है। हालिया युद्ध से हुए कुल नुकसान का अनुमान 11 अरब डॉलर से अधिक हो सकता है। लेबनान प्रमुख सुविधाओं के पुनर्वास की शुरुआत के लिए विश्व बैंक से 250 मिलियन डॉलर के ऋण का इंतजार कर रहा है। मंत्री ने स्वीकार किया कि यह राशि पर्याप्त नहीं है, लेकिन यह पुनर्निर्माण प्रक्रिया के लिए एक प्रारंभिक बिंदु है।


