भारत में जन्मे जाने-माने उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल का गुरुवार को लंदन में निधन हो गया। कुछ दिन पहले ही उन्हें बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पॉल 94 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पॉल के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। पॉल ब्रिटेन की कपारो ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के संस्थापक थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “स्वराज पॉल के निधन से गहरा दुख हुआ। उद्योग, परोपकार और ब्रिटेन में जनसेवा में उनके योगदान और भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए उनके अटूट समर्थन को हमेशा याद रखा जाएगा। मुझे हमारी कई मुलाकातें याद हैं।”
जालंधर में जन्मे पॉल के पास अरबों की संपत्ति थी। जानकारी के अनुसार, उनकी अनुमानित संपत्ति 2 बिलियन पाउंड थी। उनकी आय का मुख्य स्रोत स्टील और इंजीनियरिंग क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय कंपनी कपारो समूह था। कपारो कंपनी का मुख्यालय लंदन में है और यह 40 से अधिक स्थानों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करती है। कपारो समूह का संचालन यूके, उत्तरी अमेरिका, भारत और मध्य पूर्व में होता है। कपारो समूह के निदेशक उनके बेटे आकाश पॉल हैं।
स्वराज पॉल ने 1975 में भारत और ब्रिटेन के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए इंडो-ब्रिटिश एसोसिएशन की स्थापना की। उन्होंने इस एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 1983 में भारत सरकार ने पॉल को पद्म भूषण से सम्मानित किया।
पॉल 1960 में अपनी छोटी बेटी के इलाज के लिए ब्रिटेन गए थे, जो कैंसर से पीड़ित थी। इलाज के बावजूद, उनकी बेटी की चार साल की उम्र में मृत्यु हो गई। इसके बाद उन्होंने एक धर्मार्थ ट्रस्ट, अंबिका पॉल फाउंडेशन की स्थापना की। इस फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ्य पहलों के जरिए दुनिया भर के बच्चों और युवाओं के कल्याण के लिए लाखों डॉलर दान किए गए।