रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री पत्रुशेव ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पत्रुशेव ने रूस और भारत के मजबूत और विशेष संबंधों का उल्लेख किया, भारत को रूस का करीबी और विश्वसनीय मित्र बताया। उन्होंने कहा कि 2024 में दोनों देशों के बीच व्यापार अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।
इस मुलाकात में भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत हुई, जिससे व्यापार सुगम हो जाएगा। इसके अतिरिक्त, BRICS देशों के लिए एक नए अनाज बाजार (Grain Exchange) के निर्माण पर भी चर्चा हुई, जो कृषि उत्पादों के व्यापार को बढ़ावा देगा।
पत्रुशेव और पीएम मोदी की यह मुलाकात ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2025’ के दौरान हुई। पत्रुशेव ने कहा कि रूस भारत के साथ सभी क्षेत्रों में सहयोग करेगा और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का प्रयास करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे दिमित्री पत्रुशेव से मिलकर प्रसन्न हैं और उन्होंने कृषि, उर्वरक और खाद्य प्रसंस्करण में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका ने भी रूसी तेल की खरीद पर भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाया है। हालांकि, भारत ने रूस के साथ अपने ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को संतुलित ढंग से आगे बढ़ाया है।
2024 में रूस और भारत के बीच व्यापार 70.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो 2023 की तुलना में 9.2% अधिक है। इसमें रूस से भारत का आयात 67.15 बिलियन डॉलर था। कोविड-19 से पहले, यह व्यापार केवल 10 बिलियन डॉलर था। यह दोनों देशों के बीच अब तक का सबसे बड़ा व्यापारिक स्तर है।