नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए। मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू सहित कई शहरों में तोड़फोड़ की। इसी दौरान, गुस्साई भीड़ ने वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
आंदोलन ने सरकार की नींव हिला दी है। गृह मंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी, स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। बिगड़ते हालात के बाद, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी पद छोड़ दिया है, जिससे स्पष्ट है कि सरकार के लिए जनाक्रोश को दबाना असंभव हो गया है।
विष्णुप्रसाद पौडेल नेपाल के एक प्रमुख नेता हैं और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) के उपाध्यक्ष हैं। वह हाल ही में तृतीय दहल मंत्रिमंडल में उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री रहे। इससे पहले भी उन्होंने कई महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाले हैं, जिसमें 2021 में उपप्रधानमंत्री के रूप में गृह, उद्योग, जल और रक्षा मंत्रालय शामिल हैं। उन्होंने दो बार वित्त मंत्रालय (2020-21 और 2015-16) और कई बार जल मंत्रालय (1994-99, 2008-09 और 2021) संभाला है।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में तोड़फोड़ और आगजनी की। पूर्व प्रधानमंत्रियों पुष्प कमल दहल प्रचंड और शेर बहादुर देउबा के घरों को भी निशाना बनाया गया। गृह मंत्री रमेश लेखक और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवासों में आगजनी की गई। सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई के बावजूद, स्थिति नियंत्रण से बाहर है। पुलिस की गोलीबारी में 19 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों घायल हैं।