काठमांडू: नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को अचानक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण शनिवार को काठमांडू के मनमोहन कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर एंड ट्रांसप्लांट सेंटर में भर्ती कराया गया। राष्ट्रपति के सचिवालय के अनुसार, पौडेल को सुबह लगभग 11:30 बजे अपनी आधिकारिक निवास, शीतल निवास में एक बैठक के दौरान गंभीर सिरदर्द और उल्टी की शिकायत हुई। उन्हें तत्काल चिकित्सा मूल्यांकन और उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
**अस्पताल ने दी स्वास्थ्य की जानकारी**
त्रिवुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल के तहत आने वाले इस अस्पताल ने एक आधिकारिक बयान जारी कर राष्ट्रपति पौडेल की स्वास्थ्य स्थिति को स्थिर बताया है। बयान में कहा गया है, “माननीय राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को स्वास्थ्य समस्याओं के कारण इस केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। उनके स्वास्थ्य की वर्तमान में जांच की जा रही है, और उनकी स्थिति सामान्य है।” राष्ट्रपति की मेडिकल टीम के सदस्य डॉ. रत्न मणि गजुरेल ने पुष्टि की कि पौडेल लगातार निगरानी में हैं और सभी चिकित्सा जांच योजना के अनुसार आगे बढ़ रही हैं।
**युवा प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात स्थगित**
राष्ट्रपति पौडेल को शनिवार को नेपाल के ‘जेन जेड’ युवा आंदोलन का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रतिनिधिमंडल से मिलना था। यह प्रतिनिधिमंडल विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और अंतरिम मंत्रिमंडल में युवाओं के प्रतिनिधित्व की मांगों को लेकर शीतल निवास पहुंचा था। राष्ट्रपति की अचानक अस्वस्थता के कारण, यह महत्वपूर्ण बैठक सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
**हाल की राजनीतिक गतिविधियां**
अस्पताल में भर्ती होने से ठीक एक दिन पहले, राष्ट्रपति पौडेल ने प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी, जिसमें मार्च 2026 में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों की तैयारियों पर चर्चा हुई थी। पिछले महीने, उन्होंने अंतरिम सरकार में चार नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ भी दिलाई थी।
**राष्ट्रपति पौडेल का पिछला स्वास्थ्य इतिहास**
80 वर्षीय राष्ट्रपति पौडेल, जो नेपाल के लोकतंत्र आंदोलन के एक वरिष्ठ नेता हैं, पहले भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर चुके हैं। 2023 में, सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें दिल्ली के AIIMS में सीने से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए ले जाया गया था।
**नेपाल में बढ़ता युवा असंतोष**
जिस ‘जेन जेड’ विरोध प्रदर्शन पर चर्चा होनी थी, वह सितंबर में काठमांडू में हुए बड़े युवा प्रदर्शनों से उपजा था, जो हिंसक हो गए थे। प्रदर्शनकारियों ने बेरोजगारी, आर्थिक ठहराव और कथित सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।