पाकिस्तान वायुसेना ने खैबर पख्तूनख्वा के तिराह वैली में हवाई हमले में अपने ही नागरिकों को निशाना बनाया, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई। सोमवार सुबह हुए इस हमले में महिलाओं और बच्चों के भी मारे जाने की खबर है। वायुसेना ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है।
सोमवार (22 सितंबर) को चीन के जे-17 विमान से पाकिस्तानी वायुसेना सीमा पर हवाई हमले कर रही थी, तभी कुछ बम नागरिकों के घरों पर भी गिर गए, जिससे 30 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 20 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए।
खैबर में इस साल अगस्त तक 700 से ज्यादा आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 258 जवान मारे गए हैं। पाकिस्तान सेना ने बॉर्डर इलाकों में विशेष अभियान चलाने का फैसला किया है, जिसके तहत डेरा इस्माइल और बाजौर में एयर स्ट्राइक की जा रही है।
सोमवार को सेना ने डेरा इस्माइल में 7 आतंकियों को मारने का दावा किया। ऐसा ही एक ऑपरेशन तिराह वैली में चलाने की योजना थी, लेकिन यहां पर एक बड़ी गलती हो गई। स्थानीय मीडिया ने इस घटना पर कोई रिपोर्ट नहीं दी है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) एक खतरनाक आतंकी संगठन है, जिसके पास 6000 से ज्यादा लड़ाके और 10 से अधिक प्रशिक्षण शिविर हैं। टीटीपी के लड़ाके खैबर में सबसे ज्यादा सक्रिय हैं, जो अफगानिस्तान सीमा पर स्थित है। पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान टीटीपी की मदद कर रहा है, जबकि टीटीपी पाकिस्तान में कट्टरपंथी मुस्लिम शासन लाना चाहता है।
इस घटना पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह हमला गलती से हुआ या जानबूझकर किया गया था? हाल ही में खैबर में पाक सेना पर लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था। खैबर इमरान खान का राजनीतिक गढ़ है, और यहां उनकी पार्टी सत्ता में है।