पाकिस्तान के पेशावर में सोमवार सुबह फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी (एफसी) के मुख्यालय पर अज्ञात बंदूकधारियों ने एक बड़ा हमला किया। इस हमले में दो शक्तिशाली धमाकों और भीषण गोलीबारी की आवाजें सुनाई दीं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे यह हमला शुरू हुआ। धमाके इतने जोरदार थे कि आसपास की इमारतों की खिड़कियां भी टूट गईं। सुरक्षा बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और हमलावरों से मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस और एफसी के जवान मौके पर पहुंचे और इलाके को सील कर दिया गया।

खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल, ज़ुल्फिकार हमीद ने पुष्टि की कि धमाके आत्मघाती हमलावरों द्वारा किए गए थे। यह घटना क्षेत्र में चरमपंथी हिंसा के बढ़ते खतरे को दर्शाती है। स्थानीय निवासियों ने भी कई धमाकों और गोलियों की आवाजें सुनने की सूचना दी है। सोशल मीडिया पर भी इस हमले से जुड़े वीडियो और चश्मदीदों के बयानों की बाढ़ आ गई। पुलिस ने कम से कम दो धमाकों की पुष्टि की है। सुरक्षा अभियान अभी भी जारी है और हताहतों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
यह हमला पाकिस्तान में, विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवादी हिंसा में चिंताजनक वृद्धि का एक और उदाहरण है। इससे पहले इसी साल क्वेटा में एफसी मुख्यालय के बाहर एक कार बम विस्फोट में कई लोग मारे गए थे। यह घटना क्षेत्र में पहले से ही बढ़ी हुई सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ाती है। हाल के महीनों में, विशेष रूप से बलूचिस्तान में, उग्रवादी समूहों की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। वर्ष 2024 में इस प्रांत में कई हिंसक घटनाएं हुई हैं, जिनमें कई जानें गई हैं।
सुरक्षा बलों पर लगातार हो रहे हमले देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करते हैं।Authorities are expected to provide further updates as the situation evolves.





