पाकिस्तान के पेशावर में सोमवार को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी (FC) के मुख्यालय को निशाना बनाया गया। इस आत्मघाती हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि हमलावरों में दो आत्मघाती हमलावर और कुछ अन्य बंदूकधारी शामिल थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहला आत्मघाती हमलावर मुख्यालय के मुख्य द्वार पर आया और दूसरा परिसर के अंदर घुसने में कामयाब रहा। हमले के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। सेना और पुलिस की टीमों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और पूरे इलाके को सील कर दिया। सुरक्षा बल सावधानी से तलाशी अभियान चला रहे हैं, क्योंकि आशंका है कि कुछ हमलावर अभी भी मुख्यालय परिसर में छिपे हो सकते हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में। जुलाई में सरकार द्वारा नाम बदले जाने से पहले फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी के नाम से जानी जाने वाली फेडरल कॉन्स्टेबुलरी भी बढ़ते खतरे का सामना कर रही है।
पाकिस्तान में हिंसा का यह दौर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) द्वारा नवंबर 2022 में सरकार के साथ सीजफायर समाप्त करने और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की घोषणा के बाद और तेज हो गया है। इस साल की शुरुआत में क्वेटा में एक पैरा मिलिट्री मुख्यालय के बाहर कार बम विस्फोट में दस लोग मारे गए थे और कई घायल हो गए थे।
क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है। 3 सितंबर को क्वेटा में एक आत्मघाती हमलावर ने एक राजनीतिक रैली को निशाना बनाया था, जिसमें 11 लोग मारे गए और 40 से अधिक घायल हुए। इसी तरह, बलूचिस्तान में सुरक्षा बल लंबे समय से चल रहे विद्रोह से जूझ रहे हैं, जिसके कारण अकेले 2024 में 782 लोगों की जान जा चुकी है।






