
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में अपने समकक्ष के साथ मुलाकात के दौरान एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ताजिकिस्तान में स्थित रूसी सैन्य अड्डे को मध्य एशिया क्षेत्र के लिए “सुरक्षा का गारंटर” करार दिया है। इस घोषणा से क्षेत्रीय सुरक्षा समीकरणों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। पुतिन के इस वक्तव्य से यह स्पष्ट होता है कि रूस इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति को कितना महत्वपूर्ण मानता है और इसे स्थिरता बनाए रखने की कुंजी के रूप में देखता है। मध्य एशिया, अपनी भू-रणनीतिक स्थिति के कारण, हमेशा से वैश्विक शक्तियों के लिए रुचि का केंद्र रहा है। ऐसे में, रूसी अड्डे की भूमिका को समझना महत्वपूर्ण हो जाता है। यह अड्डा न केवल आतंकवाद और उग्रवाद जैसी चुनौतियों का मुकाबला करने में मदद कर सकता है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। विस्तृत जानकारी पर नजर रहेगी।





