राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कथित तौर पर यूक्रेन को अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा प्रस्तावित शांति समझौते के तहत नाटो जैसी सुरक्षा गारंटी देने पर सहमत हो गए हैं। यह जानकारी ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने दी है। यह खुलासा अलास्का में 15 अगस्त को हुई ट्रंप-पुतिन शिखर बैठक में हुआ, जिसे विटकॉफ ने ‘गेमचेंजर’ बताया। इस बैठक में हुई बातचीत में इस बात पर सहमति बनी कि अमेरिका यूक्रेन को अनुच्छेद 5 जैसी सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जिसकी मांग यूक्रेन नाटो में शामिल होकर करना चाहता है।
अनुच्छेद 5 नाटो का सामूहिक रक्षा सिद्धांत है, जिसके तहत किसी भी सदस्य देश पर सशस्त्र हमला सभी सदस्य देशों पर हमला माना जाता है। अगर यह समझौता होता है तो यह पुतिन के रुख में एक बड़ा बदलाव होगा, जो शुरू से ही यूक्रेन को इस तरह की सुरक्षा गारंटी देने के खिलाफ रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के अनुसार, अभी भी विस्तृत बातचीत की आवश्यकता है और यह स्पष्ट नहीं है कि कौन सी गारंटी लागू करने योग्य होगी। रुबियो ने कहा कि किसी भी पक्ष को सभी लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, क्योंकि ऐसा समझौता आत्मसमर्पण होगा, शांति नहीं।
वॉशिंगटन में आज यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिकी अधिकारियों के बीच एक बैठक होने वाली है, जिसमें यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, नाटो महासचिव मार्क रूटे, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर सहित कई यूरोपीय नेता भी शामिल होंगे।