
जैसे-जैसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी भारत यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, उनका ध्यान फिर से उस गुप्त और अत्यधिक विशिष्ट वफादारों के समूह पर जा रहा है जो उन्हें घेरे हुए हैं। इस आंतरिक घेरे को “सिलोविकी” कहा जाता है, जो केवल उन्हीं लोगों का एक छोटा समूह है जिन पर रूसी राष्ट्रपति के करीब रहने और प्रमुख निर्णयों में निर्णायक भूमिका निभाने के लिए भरोसा किया जाता है।
“सिलोविकी” शब्द का सीधा अर्थ “बल के पुरुष” या “सुरक्षाकर्मी” है। इसमें आम तौर पर वे वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं जिनका पिछला अनुभव केजीबी जैसी सुरक्षा एजेंसियों में रहा है और जो राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़े मामलों में हावी रहते हैं।
**पुतिन के अभिजात वर्ग की संरचना**
राजनीतिक विश्लेषक तत्याना स्टानोवाया के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन का आंतरिक अभिजात वर्ग मोटे तौर पर दो समूहों में बंटा हुआ है:
* **टेक्नोक्रेट्स:** ये अक्सर सरकारी पदों पर होते हैं लेकिन सुरक्षा मामलों पर उनका कोई अधिकार नहीं होता।
* **सिलोविकी:** यह समूह लगभग हर एजेंडे पर हावी रहता है, खासकर वे जो पुतिन की व्यक्तिगत सुरक्षा और राष्ट्रीय रक्षा से संबंधित हैं।
आलोचकों का आरोप है कि पुतिन की यूक्रेन और अन्य यूरोपीय देशों के प्रति कठोर नीतियों को आकार देने के लिए मुख्य रूप से सिलोविकी जिम्मेदार हैं, और हाल के वर्षों में क्रेमलिन के लगभग हर बड़े फैसले में उनके विचारों का महत्वपूर्ण प्रभाव रहा है।
**सिलोविकी के प्रमुख सदस्य**
पुतिन के सुरक्षा घेरे के सबसे शक्तिशाली और भरोसेमंद सदस्यों में निम्नलिखित को गिना जाता है:
1. **निकोलाई पैट्रुशेव (सुरक्षा परिषद प्रमुख):**
* **पद:** रूस की सुरक्षा परिषद के प्रमुख और सबसे शक्तिशाली सिलोविक माने जाते हैं।
* **पृष्ठभूमि:** एक पेशेवर खुफिया अधिकारी जो 1970 के दशक से पुतिन को जानते हैं, जब वे दोनों लेनिनग्राद में केजीबी में काम करते थे। पहले वे एफएसबी (रूस की घरेलू खुफिया एजेंसी) के प्रमुख रह चुके हैं।
* **प्रभाव:** पैट्रुशेव अपने पश्चिमी-विरोधी, षड्यंत्रकारी विचारों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने एक बार दावा किया था कि अमेरिका चाहता है कि रूस एक देश के रूप में अस्तित्व समाप्त कर दे। माना जाता है कि उन्होंने 2009 में मोंटेनेग्रो में नाटो में शामिल होने से रोकने के लिए तख्तापलट के प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
2. **सर्गेई नारिशकिन (विदेश खुफिया प्रमुख):**
* **भूमिका:** रूस की विदेश खुफिया सेवा, एसवीआर के प्रमुख और पूर्व केजीबी अधिकारी।
* **पृष्ठभूमि:** 1990 के दशक से पुतिन को जानते हैं, जब दोनों सेंट पीटर्सबर्ग के मेयर कार्यालय में साथ काम करते थे।
* **प्रभाव:** उन्हें एक वफादार और प्रभावी प्रशासक माना जाता है।
3. **अलेक्जेंडर बोर्टनिकोव (एफएसबी निदेशक):**
* **वर्तमान पद:** एफएसबी (केजीबी का उत्तराधिकारी) के वर्तमान निदेशक। वे आतंकवाद-रोधी से लेकर सीमा सुरक्षा और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी तक सब कुछ संभालने वाले एक विशाल सुरक्षा तंत्र को नियंत्रित करते हैं।
* **पृष्ठभूमि:** 1970 के दशक में लेनिनग्राद केजीबी में पुतिन के साथ काम किया था।
* **प्रभाव:** देश में पुतिन की पकड़ बनाए रखने में उनकी अहम भूमिका है।
4. **सर्गेई शोइगु (रक्षा मंत्री):**
* **भूमिका:** रक्षा मंत्री, आधुनिक रूसी सेना और आक्रामक जीआरयू (सैन्य खुफिया एजेंसी) के लिए जिम्मेदार।
* **पृष्ठभूमि:** अधिकांश सिलोविकी के विपरीत, उन्होंने शुरुआत में केजीबी या सेना में सेवा नहीं दी थी।
* **प्रभाव:** प्रमुख सुरक्षा निर्णयों में अक्सर शामिल रहते हैं।
5. **वैलेरी गेरासिमोव (जनरल स्टाफ प्रमुख):**
* **भूमिका:** सेना के जनरल और जनरल स्टाफ के प्रमुख।
* **पृष्ठभूमि:** अनुभवी सैन्य रणनीतिकार और एक पुराने स्कूल के सोवियत जनरल।
* **प्रभाव:** जनरल गेरासिमोव यूक्रेनी आक्रमण के वास्तुकार थे।






