अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 15 अगस्त को अलास्का के एंकोरेज शहर में मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद अलास्का के वॉरेन नाम के एक व्यक्ति को रूस सरकार ने 19.2 लाख रुपये की बाइक उपहार में दी। वॉरेन एंकोरेज सिटी म्युनिसिपलिटी के रिटायर्ड दमकलकर्मी हैं।
दरअसल, वॉरेन के पास एक यूराल मोटरसाइकिल थी, जिसे उन्होंने अपने पड़ोसी से खरीदा था। वह अलास्का समिट से एक हफ्ते पहले बाइक से काम पर जा रहे थे। एक रूसी टेलीविजन चैनल ने उन्हें देखा और उनका इंटरव्यू लिया। वॉरेन ने चैनल को बताया कि सप्लाई में दिक्कत के कारण उन्हें बाइक के पुर्जे मिलने में परेशानी हो रही है।
13 अगस्त को वॉरेन को रूसी पत्रकार का फोन आया, जिसमें उन्हें बताया गया कि उन्हें एक बाइक उपहार में दी जा रही है। वॉरेन को मिले एक दस्तावेज से पता चला कि यह उपहार अमेरिका स्थित रूसी दूतावास के माध्यम से दिया गया था। हालांकि, दूतावास ने इस मामले पर कोई जवाब नहीं दिया है।
वॉरेन ने बताया कि शुरुआत में उन्हें लगा कि यह कोई घोटाला हो सकता है, लेकिन 15 अगस्त को पुतिन और ट्रंप के एलमेनडॉर्फ-रिचर्डसन स्थित ज्वाइंट बेस से रवाना होने के बाद उन्हें एक और फोन आया, जिसमें बताया गया कि बाइक बेस पर है।
अगले दिन उन्हें एंकोरेज के एक होटल में मोटरसाइकिल लेने के लिए बुलाया गया। अपनी पत्नी के साथ होटल पहुंचने पर उन्होंने पार्किंग में जैतून-हरे रंग की एक मोटरसाइकिल देखी। वॉरेन आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने कहा, ‘मजाक कर रहे हो?’
बाइक लेने को लेकर वॉरेन बस एक ही बात सोच रहे थे कि कहीं वह किसी गलत रूसी स्कीम में न फंस जाएं। जब वह कागजी कार्रवाई पर साइन कर रहे थे, तो उन्होंने देखा कि बाइक का निर्माण 12 अगस्त को हुआ था।
यूराल मोटरसाइकिल की स्थापना 1941 में पश्चिमी साइबेरिया में हुई थी। यह कंपनी अब कजाकिस्तान के पेट्रोपावलोव्स्क में बाइक्स असेंबल करती है। कंपनी वॉशिंगटन स्थित एक टीम के जरिए बाइक का वितरण करती है।