रूस ने शनिवार को यूक्रेन के कई क्षेत्रों पर भीषण मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिसमें 3 लोगों की जान चली गई और 26 से अधिक घायल हो गए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि ये हमले निप्रॉपेट्रोस, मायकोलाइव, चेर्निहाइव, जापोरिजिया, पोल्टावा, कीव, ओडेसा, सुमी और खार्किव सहित 9 क्षेत्रों में हुए। रूस ने बुनियादी ढांचे, रिहायशी इलाकों और निजी संस्थानों को निशाना बनाया।
जेलेंस्की ने कहा कि ऐसे हमले रूस की रणनीति का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य हमारे नागरिकों में डर पैदा करना और हमारे ढांचे को नष्ट करना है। जेलेंस्की ने यह भी कहा कि वह अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिल सकते हैं। इस बैठक में अमेरिका और यूक्रेन की प्रथम महिलाओं के बीच बच्चों से जुड़े मानवीय मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, रूस ने कुल 619 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिनमें 579 ड्रोन, 8 बैलिस्टिक और 32 क्रूज मिसाइलें शामिल थीं। यूक्रेनी सेना ने 552 ड्रोन, 2 बैलिस्टिक और 29 क्रूज मिसाइलों को मार गिराया और उन्हें निष्क्रिय कर दिया।
द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र के गवर्नर सेरही लिसाक ने बताया कि हमले में कम से कम 26 लोग घायल हुए। पूर्वी शहर द्निप्रो में कई ऊंची इमारतों और घरों को नुकसान पहुंचा है। नीप्रो शहर में एक क्लस्टर हथियारों से लैस मिसाइल ने एक बहुमंजिला इमारत पर हमला किया। इस बीच रूस ने एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के आरोपों को खारिज किया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने कोई उल्लंघन नहीं किया। हालांकि एस्टोनिया सरकार ने कहा कि शुक्रवार को तीन रूसी फाइटर जेट बिना अनुमति उसके हवाई क्षेत्र में घुसे और करीब 12 मिनट तक उड़ते रहे। इसके विरोध में एस्टोनिया ने एक रूसी राजनयिक को तलब किया है और नाटो के अनुच्छेद 4 के तहत परामर्श की मांग की है।