सीरिया में 5 अक्टूबर को संसदीय चुनाव होने वाले हैं, लेकिन देश के कई नागरिकों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह चुनाव, पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद पहली बार हो रहे हैं। 2024 में विद्रोहियों के हमले में असद का शासन गिरने के बाद, अंतरिम सरकार की कमान अहमद अल शरा के हाथों में है। हालांकि यह चुनाव सीधे मतदान के माध्यम से नहीं होगा, बल्कि अप्रत्यक्ष तरीके से आयोजित किया जाएगा, फिर भी कई लोगों को इस बारे में पता नहीं है। दमिश्क की सड़कों पर चुनाव का कोई माहौल नहीं है, न तो उम्मीदवारों के पोस्टर हैं और न ही कोई प्रचार। अंतरिम सरकार का कहना है कि युद्ध और विस्थापन के कारण जनसंख्या का सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं होने की वजह से सार्वभौमिक मतदान संभव नहीं है। इस बार के चुनाव में भी अधिकांश सीटें जिला-स्तरीय इलेक्टोरल कॉलेजों के जरिए चुनी जाएंगी, जबकि कुछ सीटें सीधे अंतरिम राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त की जाएंगी। राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने चुनाव प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि जनता को सीधे वोट देने का अवसर नहीं मिलेगा।
-Advertisement-

सीरिया में संसदीय चुनाव: जनता को भनक तक नहीं
लोक शक्ति एक न्यूज़ वेबसाइट है जो आपको देश-दुनिया की ताज़ा और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करती है। हम राजनीति, समाज, और उद्योग जगत से जुड़े आम लोगों से साफ और सीधी बातें करते हैं। हमारा मकसद है आपको सही जानकारी सलाहकार बनाना।
न्यूज़लेटर सब्सक्राइब करें !
रोज़ाना ई-पेपर और मासिक मैगज़ीन के साथ ख़बरों से जुड़े रहें। अभी सब्सक्राइब करें!
© 2025 Lok Shakti. All Rights Reserved.