ताइवान ने बुधवार सुबह 6 बजे तक अपने हवाई क्षेत्र और आसपास के जल क्षेत्र में 26 चीनी सैन्य विमानों और सात नौसैनिक जहाजों की संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाया है। यह घटनाक्रम क्षेत्र में बढ़ते तनाव का संकेत देता है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन 26 चीनी विमानों में से 18 विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर गए और देश के उत्तरी, मध्य और दक्षिण-पश्चिमी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में प्रवेश कर गए। मंत्रालय ने इस स्थिति की कड़ी निगरानी की है और उसके अनुसार प्रतिक्रिया दी है।
यह घटना मंगलवार को 23 चीनी विमानों की घुसपैठ के बाद हुई है। उस दिन, जे-16, जेएच-7, केजे-500 जैसे विभिन्न प्रकार के 23 पीएलए विमानों का पता चला था, जिनमें से 17 ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार कर एडीआईजेड में प्रवेश कर गए थे। ये गतिविधियां चीनी नौसैनिक जहाजों के साथ संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण का हिस्सा थीं।
रक्षा मंत्रालय ने यह भी खुलासा किया है कि चीनी जहाज ताइवान के जल क्षेत्र में नकली सिग्नलों का प्रसारण कर रहे हैं, जो संज्ञानात्मक युद्ध का एक रूप हो सकता है। इसका उद्देश्य ताइवान की प्रतिक्रियाओं का आकलन करना है। हाल ही में, कई चीनी मछली पकड़ने वाली नौकाओं ने ताइवान के जल में स्वचालित पहचान प्रणाली (AIS) के नकली सिग्नल भेजे, जिनमें से एक ने रूसी युद्धपोत और दूसरे ने चीनी कानून प्रवर्तन पोत होने का दिखावा किया।
यह जानकारी ताइपेई टाइम्स की एक रिपोर्ट के हवाले से सामने आई है, जिसमें इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर की एक रिपोर्ट का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त और पिछले महीने में, चीनी मछली पकड़ने वाली नाव मिन शी यू 06718 ने ताइवान जलडमरूमध्य में यात्रा करते हुए लगातार अपने और हैई ज़ुन 15012 नामक एक अन्य जहाज के एआईएस सिग्नल प्रसारित किए। इन गतिविधियों ने ताइवान की सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ा दिया है।