
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जो बाइडेन और कमला हैरिस पर देश को ‘अनियंत्रित और बिना जांच के’ आप्रवासियों को आने देने के लिए जमकर निशाना साधा है। यह बयान व्हाइट हाउस के पास हुई एक गोलीबारी की घटना के बाद आया है, जिसमें कथित तौर पर एक अफगान नागरिक ने दो वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड सदस्यों को मार डाला। ट्रम्प ने ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “भ्रष्ट जो बाइडेन, मेयार्कस और खुद को ‘बॉर्डर ‘त्ज़ार’ कहने वाली कमला हैरिस ने सचमुच हमारे देश को बर्बाद कर दिया है, हर किसी को बिना किसी रोक-टोक या जांच के आने दिया जा रहा है।”
गृह सुरक्षा विभाग (DHS) ने भी बाइडेन प्रशासन पर तीखा प्रहार किया है। DHS ने कहा कि देश में आप्रवासियों को स्वीकार करना ‘राष्ट्रीय आत्म-विनाश का कार्य’ था। विभाग ने कहा, “डी.सी. में हमला करने वाला यह शैतान कभी इस देश में नहीं होना चाहिए था। बाइडेन प्रशासन ने इसे – और अनगिनत अन्य लोगों को – अंदर आने दिया, यह राष्ट्रीय आत्म-विनाश का एक कृत्य था। सुरक्षा और जांच प्रोटोकॉल की आगे की समीक्षा लंबित रहने तक, अफगान नागरिकों से संबंधित सभी आप्रवासन अनुरोधों की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से अनिश्चित काल के लिए रोक दी गई है।”
DHS सचिव क्रिस्टी नोएम ने स्पष्ट रूप से जो बाइडेन को नेशनल गार्ड सदस्य सारा की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आरोपी की अमेरिका आने की अर्जी इसी बाइडेन प्रशासन के कार्यकाल में प्रोसेस की गई थी। नोएम ने कहा, “इस व्यक्ति का इस देश में आने का आवेदन जो बाइडेन प्रशासन के तहत शुरू हुआ था। इस गोलीबारी के परिणाम और सारा की मौत सीधे तौर पर जो बाइडेन और उनके प्रशासन के कंधों पर हैं।”
यह गोलीबारी बुधवार को थैंक्सगिविंग से पहले हुई थी। इसमें 20 वर्षीय वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड स्पेशलिस्ट सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई और 24 वर्षीय स्टाफ सार्जेंट एंड्रयू वोल्फ गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोपी 29 वर्षीय लकानवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है और उस पर हत्या का आरोप लगाया गया है। अमेरिका आने से पहले, लकानवाल ने अफगान सेना की ‘जीरो यूनिट’ में सेवा की थी, जो अमेरिकी सैनिकों के साथ मिलकर काम करने वाली एक विशेष बल थी। वह 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी वापसी के बाद ‘ऑपरेशन एलाइज वेलकम’ के तहत अमेरिका आया था। उसने वाशिंगटन के बेलिंघम में अपने परिवार के साथ रहना शुरू किया था। हालांकि, शरणार्थियों और प्रवासियों के लिए अमेरिकी समिति (USCRI) को भेजे गए ईमेल से पता चला कि वह अमेरिका में जीवन के साथ तालमेल बिठाने के लिए संघर्ष कर रहा था।






