पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में कथित धांधली की जांच के लिए न्याय विभाग (DOJ) से आग्रह किया है। ट्रंप ने इस मामले को ‘अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला’ बताया है। उन्होंने मेल-इन वोटिंग और शुरुआती मतदान को समाप्त करने की वकालत करते हुए मतदाता पहचान पत्र (Voter ID) की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि चुनाव धोखाधड़ी को रोका जा सके।
ट्रंप ने कैलिफोर्निया के प्रस्ताव 50 की भी आलोचना की, जिसका उद्देश्य कांग्रेस के जिलों का पुनर्गठन करना है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “2020 का राष्ट्रपति चुनाव, जो धांधली और चोरी किया गया था, एक कहीं बड़ा घोटाला है। देखिए क्या हुआ जब एक भ्रष्ट बेवकूफ हमारे “राष्ट्रपति” बन गए! अब हम सब जानते हैं। मुझे उम्मीद है कि DOJ इस पर अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े SCANDAL के अनुरूप ‘जोश’ के साथ कार्रवाई करेगा! यदि ऐसा नहीं हुआ, तो यह फिर से होगा, जिसमें आगामी मध्यावधि चुनाव भी शामिल हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मेल-इन या ‘शुरुआती’ मतदान नहीं, हाँ मतदाता पहचान पत्र के लिए! देखें कि कैलिफोर्निया का प्रस्ताव वोट कितना पूरी तरह से बेईमान है! लाखों मतपत्र “भेजे” जा रहे हैं। होशियार रिपब्लिकन बनो, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए!!!”
पूर्व राष्ट्रपति, जो बाइडेन से 2020 का चुनाव हारने के बाद से लगातार चुनाव में धांधली के आरोप लगाते रहे हैं, भले ही अधिकारियों और अदालतों ने इन दावों को व्यापक रूप से खारिज कर दिया है, अब उन्होंने इस मामले को लेकर न्याय विभाग पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। यह घटनाक्रम 6 जनवरी 2021 को वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी कैपिटल पर हुए हमले की पृष्ठभूमि में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जब कांग्रेस चुनाव परिणामों को प्रमाणित करने के लिए बैठक कर रही थी। उस हमले में 2,000 से अधिक लोग कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए थे, जिन्होंने तोड़फोड़, लूटपाट और हिंसा की थी, जिसमें पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों पर हमले भी शामिल थे।







