पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रक्षा विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस) का नाम बदलकर युद्ध विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ वॉर) करने का आदेश दिया। ट्रंप ने ओवल ऑफिस में रीब्रांडिंग की जानकारी देते हुए कहा कि नया नाम जीत का संदेश देता है और मौजूदा वैश्विक स्थिति को देखते हुए यह अधिक उपयुक्त है। हालांकि, ट्रंप कांग्रेस की मंजूरी के बिना पेंटागन का नाम आधिकारिक तौर पर नहीं बदल सकते हैं, लेकिन उनके आदेश में युद्ध विभाग को वैकल्पिक नाम के तौर पर इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है।
अमेरिका में 150 से अधिक वर्षों तक ‘डिपार्टमेंट ऑफ वॉर’ नाम का इस्तेमाल किया गया था, जो 1789 में ब्रिटिशों से स्वतंत्रता मिलने के बाद से द्वितीय विश्व युद्ध तक अस्तित्व में था। इस विभाग के अंतर्गत अमेरिकी सेना, नौसेना और मरीन कॉर्प्स आते थे। बाद में, सेना, नौसेना और वायु सेना को एक विभाग के अधीन कर दिया गया, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस बनाया गया।
ट्रंप का मानना है कि मौजूदा नाम रक्षात्मक है और वह आक्रामक रुख अपनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि रीब्रांडिंग के जरिए वह दुनियाभर में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना चाहते हैं, जो ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ नीति का हिस्सा है।