अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज व्हाइट हाउस में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे। ट्रंप चाहते हैं कि नेतन्याहू गाजा युद्ध को समाप्त करने की उनकी शांति योजना को स्वीकार करें। यदि नेतन्याहू ने इनकार किया, तो ट्रंप नाराज हो सकते हैं, जिसका अमेरिका-इजराइल संबंधों पर असर पड़ेगा। ट्रंप नेतन्याहू पर शांति प्रस्ताव स्वीकार करने का दबाव भी डालेंगे। ट्रंप की योजना लगभग तैयार है, जिसे अरब देशों ने मान लिया है, और अब केवल नेतन्याहू की मंजूरी का इंतजार है। ट्रंप के एक सलाहकार ने कहा कि अगर नेतन्याहू ने मना किया, तो उन्हें युद्ध जारी रखने और गाजा में लोगों की परेशानी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। ट्रंप के लिए इजराइल-हमास युद्ध को रोकना प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। अब तक ट्रंप ने युद्ध के लिए नेतन्याहू की खुलकर आलोचना नहीं की है, लेकिन अब माहौल बदल रहा है। ट्रंप के सलाहकारों का कहना है कि नेतन्याहू अपने राजनीतिक फायदे के लिए युद्ध को खींच रहे हैं। शांति की यह कोशिश तब शुरू हुई जब इजराइल ने कतर में हमास नेताओं पर हमला किया, जिसके बाद सभी अरब देश एकजुट हो गए और शांति चाहते हैं। ट्रंप ने शांति के लिए 21-सूत्रीय योजना दी है, जिसमें सभी बंधकों की रिहाई और इजराइली सेना की गाजा से वापसी शामिल है।


