अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक महत्वपूर्ण मुलाकात होने वाली है। दोनों नेता पहले एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य अड्डे पर मिलेंगे, जहाँ उनका हैंडशेक होगा और फिर वे टेबल टॉक करेंगे। ट्रंप और पुतिन का हैंडशेक हमेशा चर्चा का विषय रहता है, क्योंकि दोनों नेताओं का हाथ मिलाने का अपना खास अंदाज है। ट्रंप अक्सर ‘पावरप्ले’ शैली में हाथ मिलाते हैं, जबकि पुतिन ‘लो ग्रिप’ स्टाइल में हाथ मिलाते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद अपने समकक्षों के साथ आक्रामक तरीके से हाथ मिलाना शुरू किया। वह हाथ मिलाते समय अक्सर सामने वाले के हाथ को झकझोर देते हैं, जिसके कारण उनके हैंडशेक को पावरप्ले का नाम दिया गया। 2017 में, जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ हाथ मिलाने पर ट्रंप की इस शैली की खूब चर्चा हुई थी। वहीं, पुतिन का हैंडशेक ‘लो ग्रिप’ स्टाइल का होता है, जिसमें वे धीरे से हाथ मिलाते हैं और ‘हैंड ओवर हैंड’ पॉलिसी का पालन करते हैं, जिससे वे नियंत्रण का भाव दर्शाते हैं।
2019 में जापान में जी-20 मीटिंग के दौरान ट्रंप और पुतिन की मुलाकात में ट्रंप ने पावरप्ले स्टाइल का इस्तेमाल किया था, और उन्होंने पुतिन के कंधे पर हाथ भी रखा था। अब 6 साल बाद, दोनों नेता फिर मिल रहे हैं, और इस बार फिर यह देखने वाली बात होगी कि हैंडशेक में कौन बाजी मारता है – ट्रंप का पावरप्ले या पुतिन का लो ग्रिप स्टाइल।







