अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ताइवान के खिलाफ किसी भी सैन्य कार्रवाई के गंभीर नतीजों के बारे में आगाह किया है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि अमेरिका इस मामले में सैन्य हस्तक्षेप करेगा या नहीं।
सीबीएस न्यूज के एक साक्षात्कार के अंश में, जो रविवार को प्रसारित हुआ, ट्रम्प ने बताया कि दक्षिण कोरिया में जिनपिंग के साथ हुई मुलाकात के दौरान ताइवान का मुद्दा उठा ही नहीं। यह उनकी छह साल में पहली आमने-सामने की बैठक थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या चीन ताइवान पर हमला करता है तो क्या वे अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को अधिकृत करेंगे, तो ट्रम्प ने जवाब दिया, “जब ऐसा होगा तब आप जान जाएंगे, और उन्हें इसका जवाब पता है।”
अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए, ट्रम्प ने कहा, “मैं अपने राज नहीं बता सकता। दूसरी तरफ़ को सब पता है।”
राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि जिनपिंग और उनके करीबी सहयोगियों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि जब तक वह (ट्रम्प) पद पर हैं, वे ताइवान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेंगे, “क्योंकि वे नतीजों को जानते हैं।”
बीजिंग स्वायत्त ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि वाशिंगटन अपनी ‘वन चाइना’ नीति के तहत बीजिंग को मान्यता देता है, लेकिन ताइवान को रक्षात्मक हथियार मुहैया कराता है।
यह मुद्दा अमेरिका-चीन संबंधों में एक प्रमुख टकराव का बिंदु बना हुआ है। हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, ट्रम्प और जिनपिंग ने हालिया चर्चाओं में क्षेत्रीय विवादों के बजाय व्यापार तनाव कम करने पर ध्यान केंद्रित किया।






