दक्षिण कोरिया में आज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बहुप्रतीक्षित आमने-सामने की मुलाकात हुई। यह दोनों वैश्विक नेताओं के बीच छह साल में पहली सीधी बातचीत थी, और खास बात यह है कि यह मुलाकात ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पहली बार हो रही है।
यह उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन ऐसे नाजुक समय में आयोजित किया गया है, जब वाशिंगटन और बीजिंग के बीच व्यापार, प्रौद्योगिकी और महत्वपूर्ण खनिजों तक पहुंच जैसे मुद्दों पर तनाव लगातार बढ़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस चर्चा में व्यापक मुद्दों को शामिल किए जाने की उम्मीद है, जिसमें दुर्लभ पृथ्वी (rare earth) खनिजों के खनन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह क्षेत्र दोनों देशों के रणनीतिक और आर्थिक हितों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच लगातार जटिल होते जा रहे संबंधों को प्रबंधित करने की दिशा में इस बैठक को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। दोनों देश लंबे समय से व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रतिद्वंद्विता में उलझे हुए हैं।
 






