29 सितंबर 2025 को, दो साल से चल रहे इजराइल-हमास संघर्ष में एक उम्मीद की किरण दिखाई दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में युद्धविराम के लिए 20-सूत्रीय शांति योजना का प्रस्ताव रखा, जिसे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार किया। यह घोषणा नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा के दौरान की गई।
दोनों नेताओं ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस योजना की जानकारी दी। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि यदि हमास इस योजना को स्वीकार नहीं करता है, तो इजराइल को उसे समाप्त करने का अधिकार होगा और अमेरिका इस कार्रवाई का समर्थन करेगा। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हमास इस योजना को स्वीकार करेगा, क्योंकि इसके बिना गाजा में स्थायी शांति की उम्मीदें कमजोर हो सकती हैं।
ट्रंप की योजना में तत्काल युद्धविराम, सभी बंधकों की रिहाई और एक अंतरराष्ट्रीय शांति बोर्ड का गठन शामिल है, जिसकी अध्यक्षता ट्रंप करेंगे और जिसमें पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर भी शामिल होंगे। योजना के प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
* युद्धविराम: इजराइल और हमास के बीच तुरंत युद्धविराम होगा।
* बंधकों की रिहाई: हमास 72 घंटे के भीतर सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा।
* कैदियों की रिहाई: इजराइल गाजा के 250 उम्रकैद की सजा काट रहे और 1700 अन्य कैदियों को रिहा करेगा।
* गाजा का पुनर्निर्माण: गाजा के विकास और सुधार की योजना बनाई जाएगी और उसका वित्तपोषण किया जाएगा।
* अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बल: गाजा में सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बल तैनात किया जाएगा।
* सीमा सुरक्षा: इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।
* मानवाधिकार सुनिश्चित: अंतर्राष्ट्रीय संगठन गाजा में सहायता और सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
* शांति वार्ता: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता शुरू होगी।
* भविष्य की योजना: इस योजना का उद्देश्य गाजा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन लाना है।
नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि इजराइल किसी भी परिस्थिति में हमास को गाजा में शासन करने का अवसर नहीं देगा। उन्होंने यह भी कहा कि गाजा में शांतिपूर्ण प्रशासन होगा, हमास के सभी हथियार हटा दिए जाएंगे और इजराइल धीरे-धीरे गाजा से पीछे हटेगा।
हमास ने अभी तक इस प्रस्ताव को आधिकारिक तौर पर स्वीकार या अस्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला है और वे इस पर फिलिस्तीनी सरकार से बात करेंगे। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, हमास इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रूप से विचार कर रहा है। हालांकि, हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रस्ताव की शर्तें इजराइल के पक्ष में हैं और वे इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। वहीं फिलिस्तीनी सरकार ने ट्रंप की योजना का स्वागत किया है। उन्होंने इसे ईमानदार और दृढ़ प्रयास बताया है और कहा है कि वे युद्ध के अंत के एक साल के भीतर नए संसदीय और राष्ट्रपति चुनाव कराएंगे, स्कूल पाठ्यक्रम में बदलाव करेंगे, और एक नई सुरक्षा बल बनाएंगे।
ट्रंप का शांति प्रस्ताव इजराइल के लिए एक अवसर है, क्योंकि यह उन्हें गाजा में सैन्य कार्रवाई को वैध बनाने और हमास को कमजोर करने का मौका देता है। फिलिस्तीनी सरकार के लिए भी यह एक अवसर है, क्योंकि यह उन्हें गाजा में शासन करने का मौका देता है। लेकिन हमास के लिए यह एक चुनौती है, क्योंकि प्रस्ताव में उन्हें गाजा में शासन करने का कोई अवसर नहीं दिया गया है, और उन्हें अपने हथियारों को छोड़ने की शर्त रखी गई है। इसलिए, यह कहना गलत नहीं होगा कि ट्रंप का शांति प्रस्ताव हमास के लिए एक बड़ा झटका है, जबकि इजराइल और फिलिस्तीनी सरकार के लिए यह एक अवसर पेश करता है।