अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति और यूरोपीय नेताओं के साथ एक बैठक में यूक्रेन को सुरक्षा देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को नाटो से सुरक्षा मिलने की बजाय अमेरिका और उसके सहयोगी देश सुरक्षा गारंटी देंगे। ट्रंप के इस बयान पर रूस ने आपत्ति जताई है। रूस के सरकारी मीडिया ने ट्रंप के इस वादे पर सवाल उठाए।
ट्रंप के इस बयान का मतलब है कि यूक्रेन को नाटो की सदस्यता दिए बिना अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी देश यूक्रेन को सुरक्षा प्रदान करेंगे। यह बयान अलास्का में पुतिन से मुलाकात के तीन दिन बाद आया, जहां उन्होंने यूक्रेन के लिए एक नई योजना का उल्लेख किया था। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन को नाटो के आर्टिकल 5 जैसी सुरक्षा गारंटी दी जाएगी, लेकिन उसे औपचारिक रूप से नाटो में शामिल नहीं किया जाएगा। इसका मतलब है कि अगर यूक्रेन पर हमला होता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी देश उसकी मदद करेंगे, लेकिन नाटो के पूरे नियम लागू नहीं होंगे। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका नाटो को हथियार बेचेगा, और नाटो चाहे तो ये हथियार यूक्रेन को दे सकता है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सुरक्षा अमेरिका और उनके साथ मौजूद नेताओं पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि वे इस युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं और अमेरिका द्वारा सुरक्षा गांरटी देने की तैयारी का स्वागत करते हैं। त्रिपक्षीय बैठक में सभी संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।