अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ अमेरिका में भारतीय समुदाय के लिए सकारात्मक बदलाव लाएगा। भारतीयों के लिए मुख्य फायदा टैक्स में कटौती है, जो बिल लागू होने पर मिलेगी। अमेरिका में भारतीय इस बात से खुश हैं कि प्रस्तावित टैक्स को 5% से घटाकर 1% कर दिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय धन हस्तांतरण इस नए बिल के तहत लाभ का क्षेत्र है। बिल ने अंतर्राष्ट्रीय धन हस्तांतरण पर टैक्स से जुड़े नियमों को आसान बनाया है। इससे भारत जैसे कई देशों को फायदा होगा, जहां बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में पैसे भेजते हैं – अमेरिका में काम करने वाले भारतीय प्रोफेशनल्स और एनआरआई समुदाय के लिए राहत की बात है। उन्हें टैक्स में कमी का फायदा मिलेगा, क्योंकि प्रस्तावित टैक्स दर 5% से घटकर 1% हो जाएगी।
पहले के प्रस्तावित बिल में भारत जैसे देशों में भेजे जाने वाले धन पर 5% टैक्स लगाने का प्रस्ताव था, लेकिन 27 जून को आए संशोधित मसौदे में, ट्रंप ने इसे घटाकर सिर्फ 1% कर दिया।
यह नियम अमेरिका में रहने वाले गैर-अमेरिकी नागरिकों पर लागू होगा, जैसे ग्रीन कार्ड धारक, अस्थायी वीज़ा (H-1B, H-2A आदि) पर काम करने वाले, और अंतर्राष्ट्रीय छात्र।
लगभग 45 लाख भारतीय जो अमेरिका में रहते हैं, जिनमें करीब 32 लाख भारतीय मूल के लोग शामिल हैं, इस बदलाव से लाभान्वित होंगे। यह टैक्स सभी तरह के प्रेषणों, जैसे नकद, मनी ऑर्डर और कैशियर चेक पर लागू होगा।
नए मसौदे में साफ कहा गया है, ‘हर अंतरराष्ट्रीय धन हस्तांतरण पर कुल राशि का 1% टैक्स लगाया जाएगा, जिसका भुगतान भेजने वाले को करना होगा।’
बिल में उन प्रेषणों को भी टैक्स से छूट देने का प्रस्ताव है जो ‘किसी वित्तीय संस्थान में या उसके द्वारा रखे गए खाते’ से किए जाते हैं, और ‘संयुक्त राज्य अमेरिका में जारी डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से वित्तपोषित’ किए जाते हैं।