दुनिया के कई हिस्सों में हिंसा और युद्ध जारी है। सूडान और मध्य पूर्व से लेकर रूस-यूक्रेन तक जंग चल रही है, और अब दक्षिण एशिया का एक देश भी इसकी चपेट में आ सकता है, जिसके पीछे सीधे तौर पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को बगराम एयरबेस को अमेरिका को वापस करने के मुद्दे पर अफगानिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर काबुल उनकी मांग नहीं मानता है तो बुरे परिणाम होंगे।
इस धमकी के बाद अफगान तालिबान भड़क सकता है, क्योंकि उसने पहले ही अमेरिका की इस मांग को खारिज कर दिया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, ‘यदि अफगानिस्तान बगराम एयरबेस को इसे बनाने वालों यानी अमेरिका को वापस नहीं करता है, तो बुरी चीजें होने वाली हैं।’ ट्रंप ने पहले कहा था कि वह अफगानिस्तान में बगराम एयर बेस पर अमेरिकी सैनिकों की तैनाती का प्रयास कर रहे हैं, 2021 में अमेरिका सेना के देश से भागने के बाद, इस एयर बेस पर तालिबान ने कंट्रोल कर लिया था। शुक्रवार को ट्रंप ने मीडिया से बताया कि वह इस बारे में अफगानिस्तान से बात कर रहे हैं। जिसके कुछ ही देर बाद तालिबान ने बयान जारी करते हुए उनकी इस मांग को खारिज कर दिया। अब ट्रंप की इस चेतावनी से कई मतलब निकाले जा रहे हैं कि ट्रंप एक बार अफगानिस्तान में अपनी सेनाएं भेजने के लिए बल का इस्तेमाल कर सकते हैं और अफगानिस्तान एक बार फिर संघर्ष से घिर सकता है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान प्रशासन ट्रंप को एयरबेस का नियंत्रण सौंपने के विरोध में है। इससे पहले तालिबान सेनाओं ने 20 लंबी लड़ाई के बाद काबुल पर कंट्रोल किया है और अमेरिकी सेना को अपने देश से खदेड़ दिया था। ट्रंप की चेतावनी पर पूर्व अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि बगराम एयरबेस पर फिर से कब्जा करना अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान पर फिर से आक्रमण जैसा होगा और इस कार्यवाही के लिए हजारों सैन्य कर्मियों और रक्षा उपकरणों की जरूरत पड़ सकती है।