क्या ईरान और इज़राइल के बीच एक और युद्ध छिड़ने वाला है? दोनों देशों ने परमाणु हथियारों की तैयारी तेज़ कर दी है, जिससे युद्ध की आशंका बढ़ गई है। ईरान अपना परमाणु मिशन जारी रखे हुए है, जबकि इज़राइल डिमोना परमाणु केंद्र का विस्तार कर रहा है। इन गतिविधियों के कारण अरब में परमाणु विनाश का खतरा मंडरा रहा है।
इजराइल ईरान पर हमला कर सकता है, जो पहले के हमलों से भी बड़ा और विनाशकारी हो सकता है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की जिद एक और युद्ध का कारण बन सकती है। अगर इजराइल हमला करता है, तो ईरान भी पलटवार के लिए तैयार है।
ईरान के नतांज परमाणु केंद्र की सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जहां पहले इजराइल और अमेरिका ने हमला किया था। अब, मरम्मत के बाद, वहां परमाणु गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं। इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के पास लगभग 9,875 किलो यूरेनियम है और वह 441 किलो यूरेनियम को 60% तक संवर्धित कर चुका है। IAEA का दावा है कि ईरान परमाणु बम बनाने के करीब पहुंच चुका है, जिससे इजराइल फिर से हमला कर सकता है। इजराइल भी अपने परमाणु ठिकानों का विस्तार कर रहा है, जिसकी जानकारी सैटेलाइट तस्वीरों से मिली है।
इजराइल डिमोना परमाणु केंद्र में एक वॉटर रिएक्टर और मिसाइल असेंबली सेंटर बना रहा है। नेतन्याहू ईरान के खिलाफ योजना बना रहे हैं और ईरानी प्रॉक्सी को खत्म करने के लिए अभियान चला रहे हैं। वह गाजा को खाली कराना चाहते हैं और वेस्ट बैंक का इजराइल में विलय करना चाहते हैं, जिसका कई देश विरोध कर रहे हैं। ट्रंप ने हमास से बंधकों को रिहा करने की मांग की है, वरना गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। ट्रंप और नेतन्याहू हमास, हिज़्बुल्लाह और हूती को खत्म करना चाहते हैं। लेबनान में इजराइल की बमबारी फिर से शुरू हो गई है, और इजराइली सेना हिज़्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रही है। गाजा और लेबनान में इजराइल के हमलों के जवाब में हूती ने मिसाइल हमले किए, लेकिन इजराइल का दावा है कि उसने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया।