Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Kanpur news: विकास दुबे कांड में जिन असलहों से चलाई गई थी गोली, भिंड पुलिस ने की बरामद लेकिन…..STF जांच नहीं खा रही मेल

कानपुरदुर्दांत अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) ने जिस सेमी ऑटोमेटिक रायफल (semi automatic rifle) से पुलिस कर्मियों पर गोलियां बरसाईं थी। उस रायफल और एक डबल बैरल बंदूक को भिंड पुलिस ने बरामद किया है। भिंड पुलिस (Bhind police) ने दो खरीददारों को अरेस्ट किया है। जिनके पास से सेमी ऑटोमेटिक रायफल और बंदूक बरामद हुई है।यूपी एसटीएफ (Special Task Force) की जांच में उनका नाम दूर-दूर तक नहीं था। यूपी एसटीएफ की जांच में भिंड के बसपा नेता सत्यवीर यादव के भतीजों ने रायफल और बंदूक को खरीदा था। यह भी माना जा रहा है कि बसपा नेता खुद को और भतीजों को बचाने के लिए तय स्क्रिप्ट के तहत दोनों को असलहों के साथ अरेस्ट कराया है। कुख्यात अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) ने बीते 2 जुलाई की रात अपने गुर्गों के साथ मिलकर आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। यूपी एसटीएफ(Special Task Force) ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया था। बिकरू कांड (Bikeru Kand) के आठ महीने बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे 7 मददगारों को अरेस्ट किया है। विकास के इन मददगारों ने उस रहस्यों से पर्दा उठाया है कि विकास ने बिकरू कांड को अंजाम देने के बाद क्या किया था। रसूलाबाद में छिपाए थे असलहेयूपी एसटीएफ(Special Task Force) ने बीते 01 मार्च को विकास दुबे के 7 मददगारों को अरेस्ट किया था, जिसमें भिंड का मनीष यादव भी शामिल था। बिकरू कांड (Bikeru Kand) को अंजाम देने के बाद विकास दुबे अपने दो खास गुर्गों अमर दुबे और प्रभात मिश्रा के साथ फरार हो गया था। प्रभात मिश्रा के दोस्त विष्णु कश्यप तीनों को अपने बेहनोई रामजी के घर कानपुर देहात के रसूलाबाद ले गया था। विकास दुबे ने बिकरू कांड में इस्तेमाल किए असलहों को राजजी के घर पर छिपाए थे। एसटीएफ की जांच इस दिशा में चल रही थीसूत्रों के मुताबिक एसटीएफ(Special Task Force) की जांच में निकल कर सामने आया था कि कानपुर देहात के संजय परिहार और अमन शुक्ला ने सेमी ऑटोमेटिक रायफल और बंदूक की खरीददारी के लिए मनीष यादव से संपर्क किया था। बसपा नेता सत्यवीर यादव का भिंड रोड पर रेस्टोरेंट है, उसके रेस्टोरेंट में बैठकर असलहों की डील हुई थी। बसपा नेता के भतीजे बंटी और मंगल सिंह यादव ने सेमी ऑटोमेटिक रायफल(semi automatic rifle) और डबल बैरल बंदूक खरीदी थी। एसटीएफ की जांच इसी दिशा में आगे बढ़ रही थी। भिंड पुलिस की थ्योरीवहीं भिंड पुलिस (Bhind police) का कहना है कि मनीष यादव ने सेमी ऑटोमेटिक रायफल(semi automatic rifle) अभिषेक शर्मा को बेची थी। इसके साथ डबल बैरल बंदूक आकाश कुशवाहा बेच दी थी। दोनों ही असलहे लगभग 3 तीन लाख में बेचे गए थे। भिंड पुलिस अपने इस खुलासे का पर दावा कर रही है। भिंड पुलिस और यूपी एसटीएफ की जांच में बड़ा अंतर सामने आ रहा है। यह भी माना जा रहा है कि भिंड पुलिस बसपा नेता और उसके भतीजों के सामने ढाल बनकर खड़ी हो गई है।

You may have missed