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Editorial :-जाति धर्म के जंतर-मंतर से घायल हुआ था 2014 में बिस्मिल्लाह खान का परिवार

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13 April 2019

उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के पोते ने कहा– ‘2014 में कांग्रेसी नेताओं ने हमारा ब्रेनवॉश कियाÓबता दें कि बिस्मिल्लाह परिवार को 2014 में भी नरेंद्र मोदी के नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन उस वक्त परिवार ने भाजपा के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था।

बिस्मिल्लाह ने कहा, ‘2014 में, हमें राजनीतिक दुनिया के बारे में कोई खास जानकारी नहीं थी, हम साधारण लोग हैं, हमें अब भी राजनीति के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं हैं। हम संगीतकार है जो धुन बनाया करते हैं। लेकिन उस समय हमारे घर कुछ स्थानीय कांग्रेसी नेता आए और कहा किजैसा हम कहें वैसे ही करो और उनके पीछेÓ, उनकी बातों में आकर मेरे परिवार ने पीएम मोदी जैसे महान नेता के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था।Ó

बिस्मिल्लाह ने आगे बताया, ‘हमारे परिवार को जानने वाले स्थानीय कांग्रेसी नेताओं ने परिवार में बड़ों का ब्रेनवॉश किया और उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार करने को कहा। ये नेता मेरे दादाजी के समय से हमारे परिवार के करीब हैं और इसलिए मैं उनके नामों का खुलासा नहीं करना चाहता।Ó

कांगे्रस के प्रोत्साहन से ही उसकी नीति से ही मुस्लिम लीग की स्थापना जिन्ना ने की थी और नेहरू की नीति के वजह से ही भारत का विभाजन हुआ था।

स्वतंत्रता के बाद भाारत पर शासन करने के तहत कांग्रेस भारतीय समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटती रही।

पंडित नेहरू ने कहा था कि वह घटनावश हिन्दू पैदा हो गये हैं परंतु वे संस्कृति से मुस्लिम हैं और शिक्षा से अंगे्रेज।

जनेउधारी ब्राम्हण का वेश धरकर राहुल गांधी भी वही कार्य कर रहे हैं और उन्हीं का अनुसरण प्रियंका वाड्रा भी कर रही हैं।

मुस्लिम कट्टरपंथियों ने और कांग्रेस ने मिलकर पूरे मुस्लिम समाज को एक वोट बैंंक के रूप मेंं दुरपयोग किया है।

ङ्कह्य

गुरूवार को सिलचर असम में पीएम मोदी ने  कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आजादी के दौरान देश का बंटवारा करते हुए उन्होंने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने दावा किया, ‘हमारी बेटियों पर पाकिस्तान में आज भी अत्याचार किया जाता है।Ó तीन तलाक विधेयक पर मोदी ने कहा कि उनकी सरकार केंद्र में आने के बाद इस प्रस्तावित कानून को पारित करवाने के लिए मजबूती से प्रयास करेगी।