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Gorkhpur news: जनता दर्शन में सीएम योगी बोले-बस्ती जैसा एक्शन लें, सब लाइन पर आ जाएंगे

गोरखपुरगोरखपुर आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन का आयोजन किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री एक महिला फरियादी के आंसू देखकर भावुक हो गए। दरअसल, फरियाद लेकर आई महिला पुलिस के निष्क्रियता का दुखड़ा रोने लगी। इसके बाद महिला के आंसू देखकर मुख्यमंत्री भावुक हो गए। उन्होंने एसएसपी को फटकार लगाते हुए कहा कि बस्ती जैसा ऐक्शन लें तो सभी लाइन पर आ जाएंगे।गौरतलब है कि जिले के बेलीपार के चोरिया की रहने वाली मीना देवी ने जनता दर्शन में सीएम से शिकायत की। इसमें उन्होंने सीएम को बताया कि 6 मार्च 2020 को उनके बेटे संजीव जायसवाल (25) को गुलरिया थाना क्षेत्र के टिकरिया के रहने वाले मौसा के घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उनकी बहन का पति और उनका पुत्र शामिल था। लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस कह रही आत्महत्या कीवहीं, पुलिस का कहना है कि इस मामले में मीना देवी का पुत्र मौसा लाला जायसवाल के घर में प्रेमिका के चक्कर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या की थी। इसके पहले उसने प्रेमिका को भी दौड़ाकर गोली मारी थी। लेकिन झुक जाने से वह बच गई। पीड़िता मीना देवी इस मामले में बहन के पति और पुत्र को गिरफ्तार कराना चाहती थीं। लेकिन पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर फाइनल रिपोर्ट लगा दी। उधर इस मामले में मीना देवी के बेटे की आत्महत्या की बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। जिसके बाद अपराधियों को सजा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई।मुख्यमंत्री के फटकार के बाद एक्शन में आए एसएसपीउधर, पीड़ित महिला की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने एसएसपी को फटकार लगाते हुए कहा कि यह पुलिस क्या कर रही है, वर्दी पहन लेती है तो जनता का काम नहीं करेगी। बस्ती जैसा ऐक्शन लें, सब लाइन पर आ जाएंगे। मुख्यमंत्री के फटकार के बाद ऐक्शन में आए एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने एसपी साउथ और एएसपी नार्थ को पूरे मामले की जांच सौंप दी है। मामले की जांच कर एसएसपी को रिपोर्ट सौपेंगे। वहीं, एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि अधिकारियों की रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया जाएगा कि शिकायत सही है या नहीं। विवेचना में खामी मिली तो कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि बीते दिनों बस्ती के एक दारोगा ने एक लड़की से अश्लील बात का विरोध करने पर पीड़ित लड़की के पूरे परिवार पर झूठे केस दर्ज किए थे। इस मामले में सरकार ने बस्ती एसपी को हटाते हुए दारोगा को निलंबित करने के साथ ही पूरे सिस्टम पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।