जिस तरह से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, अगर समय रहते लोग नहीं चेते तो आने वाले दिनों में धरती का तापमान अधिक बढ़ जाएगा। आम जन जीवन पर भी इसका बहुत असर देखने को मिलेगा। बढ़ते प्रदूषण और वातावरण में कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा अधिक होने की वजह से ही इस समय मौसमी बदलाव भी जल्दी जल्दी होने लगे हैं। इस पर नियंत्रण के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में वैज्ञानिक शोध में लगे हैं।विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च को है, ऐसे में लोगों को इस दिन को खास बनाने के लिए पर्यावरण को प्रदूषित करने से बचाने का संकल्प लेना होगा। बढ़ते प्रदूषण की वजह से ही बनारस विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में भी आ गया था। बीच-बीच में कभी प्रदूषण की स्थिति सुधर जा रही है तो कभी इतना अधिक हो जा रहा है कि लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जा रहा है। घातक सिद्ध हो रहा प्रदूषण
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार पिछले कई वर्षों से प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है, जो वातावरण के साथ-साथ हम सभी के सेहत के लिए भी घातक सिद्ध हो रहा है। वातावरण में बदलाव का ही असर है कि समय से पहले गर्मी भी अधिक इस बार देखने को मिल रही है। जिस तरह से गाड़ियों से निकलने वाले धुएं पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है, उससे निश्चित ही उसका असर मौसम पर पड़ेगा।प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा भी बढती जा रही है, जिसे कम करने की दिशा में वैश्विक स्तर पर पहल चल रही है। पश्चिमी विक्षोभ की अगर बात करें तो बनारस और आसपास के इलाकों में इसका असर कम देखने को मिलता है, इसका सबसे अधिक प्रभाव पश्चिमी यूपी के साथ ही पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, कश्मीर, दिल्ली आदि जगहों पर पर पड़ता है। बताया कि अब भी समय है अगर लोग पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम आगे नहीं बढ़ाएं तो स्थिति भयावह हो जाएगी।
जिस तरह से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, अगर समय रहते लोग नहीं चेते तो आने वाले दिनों में धरती का तापमान अधिक बढ़ जाएगा। आम जन जीवन पर भी इसका बहुत असर देखने को मिलेगा। बढ़ते प्रदूषण और वातावरण में कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा अधिक होने की वजह से ही इस समय मौसमी बदलाव भी जल्दी जल्दी होने लगे हैं। इस पर नियंत्रण के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में वैज्ञानिक शोध में लगे हैं।
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च को है, ऐसे में लोगों को इस दिन को खास बनाने के लिए पर्यावरण को प्रदूषित करने से बचाने का संकल्प लेना होगा। बढ़ते प्रदूषण की वजह से ही बनारस विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में भी आ गया था। बीच-बीच में कभी प्रदूषण की स्थिति सुधर जा रही है तो कभी इतना अधिक हो जा रहा है कि लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जा रहा है।
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