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Hathras Kand PFI Chargesheet: हाथरस कांड की आड़ में हिंसा की साजिश! PFI सदस्यों पर कसा शिकंजा, 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल

हाइलाइट्स:हाथरस कांड की आड़ में हिंसा रचने की साजिश का मामलामथुरा कोर्ट में एसटीएफ ने दाखिल की 5000 पेज की चार्जशीटपीएफआई के 8 सदस्यों पर आरोप, 5 अक्टूबर को 4 हुए थे अरेस्टलखनऊ जेल में बंद दो आरोपियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशीमथुराहाथरस कांड की आड़ में हिंसा फैलाने की साजिश के मामले में पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के सदस्यों पर शिकंजा कसता जा रहा है। साजिश के आरोप में पकड़े गए पीएफआई के 8 सदस्यों के खिलाफ एसटीएफ ने कोर्ट में करीब 5 हजार पेज की चार्जशीट दाखिल की है। शनिवार को मथुरा जेल में बंद 5 आरोपियों को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया। वहीं लखनऊ जेल में बंद 2 आरोपियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपस्थिति दर्ज कराई गई। आरोप पत्र दाखिल होने के बाद कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 1 मई की तारीख दी ही।बता दें कि पड़ोसी जिले हाथरस में दलित लड़की से गैंगरेप की घटना सामने आई थी। पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर काफी सियासत भी हुई। वहीं घटना की आड़ में दंगा भड़काने की साजिश के आरोप में थाना मांट पुलिस ने 5 अक्टूबर 2020 को एक्सप्रेसवे से पीएफआई के 4 सदस्यों आलम, अतीकुर्रहमान,मसूद अहमद और सिद्दीकी कप्पन को अरेस्ट किया था। इस मामले की जांच पहले क्राइम ब्रांच कर रही थी। बाद में शासन ने इसकी जांच एसटीएफ को ट्रांसफर कर दी।UP News : PFI के ट्रेनिंग कमांडर राशिद को STF ने दबोचा, CD समेत अन्य दस्तावेज बरामदहाथरस गैंगरेप-मर्डर केस में आरोप तय, गवाही 2 मार्च सेएसटीएफ जांच में इस मामले से जुड़े कुछ और नाम सामने आए जिनमे से रऊफ शरीफ को केरल से अरेस्ट किया गया जबकि फिरोज और अंसाद बदरुद्दीन को लखनऊ से अरेस्ट किया गया। इसमें एक और नाम सामने आया दानिश। वह आरोपी आलम का साला है लेकिन हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर होने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई। इस मामले में लंबे समय से एसटीएफ जांच कर रही थी लेकिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई।दिल्‍ली में पीएफआई के ठिकानों पर यूपी एसटीएफ के छापे, आपत्तिजनक दस्‍तावेज मिलेहाथरस केस में यूपी पुलिस तो फेल! क्या अब हर केस CBI देखेगीशनिवार को एडीजे फर्स्ट की अदालत में मथुरा जिला जेल में बंद पांचों आरोपियों की कोर्ट में पेशी हुई। लखनऊ जेल में बंद दोनों आरोपियों के पेशी पर मथुरा नहीं आने के कारण उनकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपस्थिति दर्ज कराई गई। जिला सरकारी वकील (क्राइम) शिव राम सिंह ने बताया कि मथुरा जेल में बंद 5 अभियुक्त एडीजे फर्स्ट की कोर्ट में पेश हुए वहीं लखनऊ जेल में बंद 2 अभियुक्तों को टेलीग्राम भेजा गया था। किन्ही कारणों से टेलीग्राम उन्हें नहीं मिला और वे कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्हें हाजिर कराया गया। उन्होंने बताया कि आठों अभियुक्तों के खिलाफ करीब 5 हजार पेज का आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया गया है। इसमें 54 लोगों की गवाही के आधार पर सबूत इकट्ठा किए गए हैं।हाथरस कांड के आरोपी