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एंबुलेंस मामले में बाराबंकी पुलिस ने डॉ. अलका से की चार घंटे पूछताछ, साथ ले गई कई कागजात

पंजाब के मोहाली कोर्ट में मुख्तार की पेशी में इस्तेमाल की गई एंबुलेंस के मामले की जांच करने के लिए बाराबंकी पुलिस रविवार को जनपद पहुंची। पुलिस की छह सदस्यीय टीम इस मामले में आरोपी चिकित्सक डॉ. अलका राय से चार घंटे तक पूछताछ करने के बाद लौट गई।बाराबंकी पुलिस टीम कोतवाली पुलिस के साथ रविवार को लगभग 11 बजे काले रंग की स्कार्पियो से बलिया मोड़ स्थित डॉ. अलका राय के श्याम संजीवनी अस्पताल पहुंची। स्कार्पियो का नंबर ढका हुआ था। टीम में महिला कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर भी शामिल थीं।टीम ने यहां डॉ. अलका राय से चार घंटे तक पूछताछ की। टीम एंबुलेंस के पंजीकरण से संबंधित कागजात भी लेकर आई थी। उस पर मौजूद हस्ताक्षर से डॉ. अलका राय के हस्ताक्षर का मिलान कराया गया। इस संबंध में डॉ. अलका राय ने बताया कि पुलिस टीम अपने साथ पंजीकरण के दस्तावेज लेकर आई थी।दावा किया कि उन दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर नहीं थे। बताया कि टीम उनके हस्ताक्षर और आईडी कार्ड साथ लेकर गई है। पुलिस टीम हस्ताक्षर का मिलान फोरेसिंक एक्सपर्ट से करा सकती है। डॉ. अलका ने बताया कि उनके साथ साजिश की गई है। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। गौरतलब है कि विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब के मोहाली स्थित कोर्ट में जिस एंबुलेंस से ले जाकर पेश किया गया था, वह बाराबंकी जिले में पंजीकृत है। लेकिन जांच में पता चला कि पंजीकरण के दौरान जो पता दिया गया है, वहां श्याम संजीवनी अस्पताल मौजूद ही नहीं है।इस पर आरटीओ बाराबंकी ने श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका व भाजपा नेत्री डा. अलका राय के विरुद्ध कोतवाली बाराबंकी में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसी आधार पर बाराबंकी की पुलिस टीम जांच करने आई।

पंजाब के मोहाली कोर्ट में मुख्तार की पेशी में इस्तेमाल की गई एंबुलेंस के मामले की जांच करने के लिए बाराबंकी पुलिस रविवार को जनपद पहुंची। पुलिस की छह सदस्यीय टीम इस मामले में आरोपी चिकित्सक डॉ. अलका राय से चार घंटे तक पूछताछ करने के बाद लौट गई।

बाराबंकी पुलिस टीम कोतवाली पुलिस के साथ रविवार को लगभग 11 बजे काले रंग की स्कार्पियो से बलिया मोड़ स्थित डॉ. अलका राय के श्याम संजीवनी अस्पताल पहुंची। स्कार्पियो का नंबर ढका हुआ था। टीम में महिला कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर भी शामिल थीं।

टीम ने यहां डॉ. अलका राय से चार घंटे तक पूछताछ की। टीम एंबुलेंस के पंजीकरण से संबंधित कागजात भी लेकर आई थी। उस पर मौजूद हस्ताक्षर से डॉ. अलका राय के हस्ताक्षर का मिलान कराया गया। इस संबंध में डॉ. अलका राय ने बताया कि पुलिस टीम अपने साथ पंजीकरण के दस्तावेज लेकर आई थी।
दावा किया कि उन दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर नहीं थे। बताया कि टीम उनके हस्ताक्षर और आईडी कार्ड साथ लेकर गई है। पुलिस टीम हस्ताक्षर का मिलान फोरेसिंक एक्सपर्ट से करा सकती है। डॉ. अलका ने बताया कि उनके साथ साजिश की गई है। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।