एसआरएन अस्पताल में डाक्टरों और इंस्पेक्टर के परिजनों में झड़प के मामले में पुुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में इंस्पेक्टर जुल्फिकार समेत तीन के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचक का कहना है कि इस मामले में सभी पक्षों के बयान दर्ज किए जाएंगे। उधर, इंस्पेक्टर के परिवार वालों ने कहा है कि उनकी भी रिपोर्ट दर्ज हो।स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में बृहस्पतिवार की रात प्रतापगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर जुल्फिकार के परिजनों और डॉक्टर व स्टाफ के बीच मारपीट हो गई थी। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया था। घटना के बाद डाक्टरों ने काम बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इसके बाद डीएम, डीआईजी और आईजी सभी मौके पर पहुंचे और किसी तरह डाक्टरों और स्टाफ को मनाया। इसके बाद इंस्पेक्टर को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर सस्पेंड कर दिया गया था। इसके साथ ही आईजी ने अस्पताल में पीएसी की तैनाती के भी आदेश दिए थे।देर रात सीएमएस की तहरीर पर इंस्पेक्टर जुल्फिकार समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई थी। शनिवार को मामला शांत था। पुलिस का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है। विवेचक दयाराम ने बताया कि सभी पक्षों के बयान लिए जाएंगे। इसके बाद भी कोई कार्रवाई होगी। उधर इंस्पेक्टर जुल्फिकार के परिजनों का कहना है कि उनके पक्ष की भी रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए। इंस्पेक्टर के भाई को काफी चोटें आई हैं।इंस्पेक्टर के परिजनों ने दी तहरीरइंस्पेक्टर जुल्फिकार की पत्नी ने शनिवार रात कोतवाली थाने में डॉक्टरों तथा कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। ब्यूरो
एसआरएन अस्पताल में डाक्टरों और इंस्पेक्टर के परिजनों में झड़प के मामले में पुुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में इंस्पेक्टर जुल्फिकार समेत तीन के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचक का कहना है कि इस मामले में सभी पक्षों के बयान दर्ज किए जाएंगे। उधर, इंस्पेक्टर के परिवार वालों ने कहा है कि उनकी भी रिपोर्ट दर्ज हो।
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में बृहस्पतिवार की रात प्रतापगढ़ में तैनात इंस्पेक्टर जुल्फिकार के परिजनों और डॉक्टर व स्टाफ के बीच मारपीट हो गई थी। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया था। घटना के बाद डाक्टरों ने काम बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इसके बाद डीएम, डीआईजी और आईजी सभी मौके पर पहुंचे और किसी तरह डाक्टरों और स्टाफ को मनाया। इसके बाद इंस्पेक्टर को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर सस्पेंड कर दिया गया था। इसके साथ ही आईजी ने अस्पताल में पीएसी की तैनाती के भी आदेश दिए थे।
देर रात सीएमएस की तहरीर पर इंस्पेक्टर जुल्फिकार समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई थी। शनिवार को मामला शांत था। पुलिस का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है। विवेचक दयाराम ने बताया कि सभी पक्षों के बयान लिए जाएंगे। इसके बाद भी कोई कार्रवाई होगी। उधर इंस्पेक्टर जुल्फिकार के परिजनों का कहना है कि उनके पक्ष की भी रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए। इंस्पेक्टर के भाई को काफी चोटें आई हैं।
इंस्पेक्टर के परिजनों ने दी तहरीर
इंस्पेक्टर जुल्फिकार की पत्नी ने शनिवार रात कोतवाली थाने में डॉक्टरों तथा कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। ब्यूरो
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