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Ghaziabad coronavirus news: गुड़िया तो बस किरदार है… ये खबर मर चुकी इंसानियत की कहानी है

हाइलाइट्स:गाजियाबाद के संजय नगर के एल ब्लॉक में एक महिला अपनी दिव्यांग बेटी गुड़िया के साथ रहती थीमहिला कोरोना संक्रमित हो गई थी, मंगलवार सुबह करीब 9 बजे उनकी मौत हो गईअस्पताल से खबर आई कि मां चल बसीं, खबर सुनते ही गुड़िया हड़बड़ाहट में उठने लगी, तभी बेड से गिर गईकिरणपाल राणा, गाजियाबादये खबर गुड़िया की है। दोनों पैरों से दिव्यांग 20 साल की एक लड़की की। लेकिन, गुड़िया तो इसमें बस एक किरदार है। असल खबर तो मर चुकी इंसानियत की कहानी है। गुड़िया का सहारा उसकी मां थी। रोजमर्रा के व्यक्तिगत कार्यों से लेकर उठाने-बैठाने का भी जिम्मा मां ही उठाती थी। मां को कोरोना हो गया। कुछ लोगों की मदद से मां अस्पताल पहुंच गई। अब गुड़िया का ठिकाना 4X6 का उसका बेड हो गया। अस्पताल से खबर आई कि मां चल बसीं। खबर सुनते ही गुड़िया हड़बड़ाहट में उठने लगी, तभी बेड से गिर गई। हाथ, सिर, मत्था, नाक चोटिल हो गया। खून से लथपथ फर्श पर पड़ी गुड़िया मदद की गुहार लगाती रही। मुहल्ले के लोग जुटे, लेकिन गेट के बाहर से सब तमाशा देखते रहे। 12 घंटे बाद गुड़िया को अस्पताल में इलाज मिला।साल भर पहले हुई पिता की मौत गाजियाबाद के संजय नगर के एल ब्लॉक में एक महिला अपनी दिव्यांग बेटी गुड़िया के साथ रहती थी। महिला कोरोना संक्रमित हो गई थी। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे उनकी मौत हो गई। गुड़िया को नहलाने से लेकर खाना खिलाने तक का सारा काम उसकी मां ही करती थी। पैरों से दिव्यांग होने की वजह से वह खुद से उठ भी नहीं सकती है। पिता की भी करीब एक साल पहले मौत हो गई थी। कोरोना संक्रमित समझ कोई नहीं आया गुड़िया के परिवार में अब उसकी मदद के लिए कोई नहीं है। मां की मौत की सूचना से वह विचलित हो गई। हड़बड़ाहट में बेड से गिर गई। सिर, माथे, कुहनी और चेहरे पर गंभीर चोट आई। फर्श पर ही वह खून से लथपथ पड़ी रही। मदद के लिए शोर मचाती रही। मुहल्ले के लोग आए, लेकिन कोरोना संक्रमित समझकर कोई पास नहीं गया। काफी देर बाद सूचना पर पार्षद मनोज चौधरी पहुंचे। उन्होंने शाम करीब 7 एसडीएम शैलेंद्र सिंह से बात की। आरोप है कि एसडीएम ने ऐम्बुलेंस भेजने की बात कही, बाद में कॉल उठाना ही बंद कर दिया। फिर मधुबन बापूधाम थाना इंचार्ज से गुहार लगाई, लेकिन वहां से भी मदद नहीं मिली।ज्‍यादा खून बह गया, अब अस्‍पताल मेंइसी बीच पीपीई किट का बंदोबस्त कर 3 लोगों ने गुड़ियां को बेड पर लिटाया। उसके खून साफ कर चोट को धुला। कमरे में सैनिटाइजेश का काम किया। रात करीब 9 बजे कृषक समाज के अध्यक्ष कृष्णवीर सिंह चौधरी के जरिए केंद्रीय राज्यमंत्री और स्थानीय सांसद जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह तक मामला पहुंचाया गया। केंद्रीय राज्यमंत्री ने राजेंद्र नगर के ईएसआई अस्पताल में बात की, जिसके बाद गुड़िया को इलाज मिला। खून ज्यादा बहने की वजह से उसे भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।Ghaziabad coronavirus news: गुड़िया तो बस किरदार है… ये खबर मर चुकी इंसानियत की कहानी है