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तीसरी लहर की तैयारी, दूसरी कोरोना वेव की जद में भी आए बच्चे…जानें लखनऊ का हाल

पूरे देश की तरह यूपी में भी कोविड की दूसरी लहर में बच्चों में संक्रमण देखने को मिलादूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में अधिक संक्रमण की आशंका जताई गई हैपरिवार में किसी दूसरे सदस्य के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण बच्चों में भी इसका संक्रमणलखनऊपूरे देश की तरह यूपी में भी कोविड की दूसरी लहर में भी कई बच्चों में संक्रमण देखने को मिला है। दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में अधिक संक्रमण की आशंका जताई गई है। ऐसे में यूपी में पहले से ही इससे निपटने की तैयारी की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादातर परिवार में किसी दूसरे सदस्य के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण बच्चों में भी इसका संक्रमण देखा जा रहा है। लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और डीन डॉ. एमएमए फरीदी ने बताया, ‘हमारे यहां कोरोना की दूसरी लहर में लगभग 18 या 20 बच्चे कोविड पॉजिटिव मिले थे। इनमें नवजात शिशुओं की संख्या 4 के करीब थी और बाकी 14 से 15 साल के थे। ये सब कोविड से रिकवर होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।’ ‘परिवार के सदस्य से बच्चों में फैला संक्रमण’डॉ. फरीदी ने बताया, ‘कुछ एकआध बच्चों की हालत गंभीर थी। एक को ऑक्सिजन थेरपी देनी पड़ी। इनमें से एक बच्चे की उम्र 13 के करीब थी। सभी बच्चों के परिवार से भी कोई सदस्य संक्रमित था जिनसे उन्हें भी इंफेक्शन हो गया। जैसे सभी नवजात शिशुओं की मां कोरोना पॉजिटिव थीं।”अधिकतर बच्चों में बिना लक्षण वाला कोविड संक्रमण’लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह ने बताया, ‘जो डिलिवरी हुई हैं, उनमें सभी बच्चों में कोरोना निगेटिव आया था। मार्च और अप्रैल महीने में 10 साल तक की उम्र के कुल 3 या 4 मरीज पॉजिटिव हुए थे। इनमें लक्षण बहुत माइल्ड थे। अधिकतर बिना लक्षण वाले थे। हॉस्पिटाइलेशन में किसी तरह की सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी। इनकी उम्र 6 से 10 साल की थी।’बुलंदशहर बाल सुधार गृह में 22 बच्चे हुए थे पॉजिटिवइसी तरह पिछले दिनों बुलंदशहर के बाल सुधार गृह में पिछले दिनों 22 बच्चों में कोरोना संक्रमण पाया गया। सुधार गृह के सुपरिटेंडेंट की भी कोरोना से मौत हो चुकी है। डीएम के आदेश के बाद सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हर जिले में बनेगा PICUबच्चों में कोरोना का संक्रमण देखते हुए योगी सरकार अब ऐक्शन में है। सीएम योगी ने बीते दिनों विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक सलाहकार समिति का गठन किया। साथ ही सभी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड और जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट(PICU) स्थापित करने के निर्देश दए थे।बच्चों के डॉक्टरों को दी जाएगी ट्रेनिंगइसके अलावा केंद्र के निर्देश के बाद यूपी में बच्चों के डॉक्टरों को विशेष रूप से प्रशिक्षित करने का प्लान बनाया गया है। सबसे पहले प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के 27 डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद हर बैच में 60 से 80 बाल रोग विशेषज्ञों को ट्रेनिंग दी जाएगी। केजीएमयू और एसजीपीआई मिलकर यूपी के 52 मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को ट्रेनिंग मिलेगी।बच्चों के पैरंट्स को प्राथमिकता पर लगेगी वैक्सीनइसके अलावा योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में 12 साल तक के बच्चों के पैरंट्स को कोरोना वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता देने का फैसला किया है।