Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

हमीरपुर के PNB में असिस्टेंट मैनेजर ने किया लाखों का गबन, मुकदमा दर्ज

हमीरपुरउत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में लॉकडाउन के दौरान असिस्टेंट मैनेजर ने बैंक का 38 लाख रुपये निकालकर गबन कर डाला। इतनी बड़ी धनराशि मैनेजर की गैर मौजूदगी में निकाली गई। इसकी भनक तब मैनेजर को लगी जब उनके यूजर आईडी में बैंक की धनराशि के निकाले जाने का मैसेज मिला। रविवार को यहां मैनेजर की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।हमीरपुर शहर के जेल तालाब रमेड़ी के पास पंजाब नेशन बैंक की मेन शाखा संचालित है। यहां मुहम्मद आमिर असिस्टेंट मैनेजर की पोस्ट पर कार्यरत है। वहीं, नागेन्द्र सिंह ब्रांच मैनेजर हैं। कोतवाल मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि लॉकडाउन को देखते हुए मैनेजर ने बैंक का कामकाज निपटाने के लिए अपनी यूजर आईडी असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर को दे दी थी। असिस्टेंट मैनेजर मुहम्मद आमिर ने पहले साढ़े 7 लाख रुपये निकाले फिर यूजर आईडी जरिये बैंक का 38 लाख रुपये निकाले लिए। ये पूरी धनराशि असिस्टेंट मैनेजर ने बैंक में अपनी सैलरी खाते में जमा कर दी और तो और सैलरी खाते से इसने 38 लाख रुपये निकाल भी लिए। कोतवाल ने बताया कि ब्रांच मैनेजर नागेन्द्र सिंह ने इस मामले की कोतवाली में असिस्टेंट मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी। असिस्टेंट मैनेजर के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। पीएनबी में 28 अप्रैल से लेकर 29 मई तक मैनेजर की यूजर आईडी के जरिये असिस्टेंट मैनेजर ने धनराशि निकालकर इसे अपने सैलरी खाते में जमा कर दी फिर पूरी धनराशि निकाल ली गई। मैनेजर की तहरीर पर मुकदमा असिस्टेंट मैनेजर के खिलाफ लिखा गया है। जांच कराई जा रही है।पीएनबी के असिस्टेंट मैनेजर के सैलरी खाता सीजकोतवाल मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि पीएनबी हमीरपुर शाखा के मैनेजर नागेन्द्र सिंह ने इस मामले में असिस्टेंट मैनेजर के सैलरी खाते को सीज कर दिया है। सैलरी में करीब छह लाख रुपये जमा थे, जिसे बैंक ने सीज करने की कार्रवाई की है।छोटे भाई की मौत के सदमे में बड़े भाई भी चल बसेबैंक कर्मी साढ़े 7 लाख रुपये का ओवर ड्राफ्ट करने को है अधिकृतकोतवाल मनोज कुमार शुक्ला ने मैनेजर की तहरीर के आधार पर बताया कि पीएनबी में काम करने वाले कर्मी साढ़े सात लाख रुपये ओवर ड्राफ्ट भुगतान ले सकते हैं। उन पर इतनी धनराशि का कर्ज होता है, लेकिन असिस्टेंट मैनेजर ने साढ़े सात लाख रुपये निकलने के साथ ही बैंक का 38 लाख रुपये निकालकर लिया है, जो गबन के दायरे में आता है।