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गांव वाले बोले- आरोपियों को मिले सख्त सजा

 छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गांव भगवानपुर धीमरी के लोगों का चैन हराम हो गया है। पुलिस लगातार दबिशें देकर लोगों से पूछताछ कर रही है। गांव के लोग इससे काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि गांव का नाम बदनाम करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। उधर, पुलिस की दहशत से आरोपियों के घर के लोग ही नहीं रिश्तेदार तक अपने परिवारों के साथ घरों में ताला लगाकर भाग निकले हैं।भगवानपुर धीमरी के पास छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गांव में लगातार पुलिस की आवाजाही हो रही है। आरोपियों के घरों की निगरानी के लिए गांव में भी कुछ फोर्स तैनात कर दिया गया है। आरोपियों के कुछ रिश्तेदारों को हिरासत में ले लिया गया है जबकि आरोपियों के परिवार के लोग और बाकी रिश्तेदार घरों में ताला डालकर गांव छोड़ गए हैं। पुलिस के बार-बार गांव आने से लोगों के रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं। इससे गांव के लोग काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जिन लड़कों के नाम आए हैं, वे सभी आवारा किस्म के हैं। कभी-कभी मजदूरी करते हैं और कुछ पैसा कमाने के बाद फिर आवारागर्दी शुरू कर देते हैं। पुलिस को उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
पूछताछ में भेद खुला तो नीरज बना विकास भी गिरफ्तार
पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार विशाल और अनुज पटेल से पूछताछ में पता चला कि घटना में विकास नाम का युवक भी शामिल था जिसके बाद देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़ित छात्रा के बताए नामों में विकास का नाम शामिल नहीं था। दरअसल पीड़िता ने नीरज नाम के युवक को नामजद किया था लेकिन गांव में उसका कोई पता नहीं चल पाया था। बताए गए हुलिये का युवक विकास पता लगा। पूछताछ में विशाल और अनुज ने भी इसकी पुष्टि की कि जिसे नीरज बताया जा रहा है, वह विकास है।
लड़के-लड़की को अकेले देखकर सूझी खुराफात
गोली लगने के बाद जिला अस्पताल आए विशाल ने बताया कि उन लोगों ने लड़का-लड़की को अकेले बैठे देखा तो दिमाग में खुराफात आ गई। वे उन्हें परेशान करना चाहते थे लेकिन साथ के कुछ लड़कों ने गलत हरकतें कर दीं। बोला, वह तो मेहनत-मजदूरी करता है लेकिन इस समय कोई काम नहीं होने के कारण घर में ही था। घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि उन लोगों को उम्मीद नहीं थी कि लड़की इस घटना का खुलासा कर देगी।
बड़ा बाईपास के सुनसान इलाके में अक्सर होती हैं खुराफात
बरेली। बड़ा बाईपास बनने के बाद लड़के-लड़कियों की आवाजाही इधर बढ़ी है। इस इलाके में कई ढाबों में युवाओं को आकर्षित करने के लिए हुक्का बार और शराब के अवैध अड्डे भी चलाए जा रहे हैं। अक्सर यहां आने वाले युवाओं के साथ छेड़छाड़ और बदसलूकी की घटनाएं होती रहती हैं। अब सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद बड़ा बाईपास पर चल रही गतिविधियों की पुलिस के अनदेखा करने पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।बड़ा बाईपास और उसके आसपास के संपर्क मार्गों पर युवाओं का घूमने निकलना आम हो गया है। आसपास के कॉलेजों में पढ़ने वाले लड़के-लड़कियां अक्सर इधर बाइकों पर पहुंचते हैं। इसके साथ ही यहां घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। दो साल पहले बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में एक बाइक पर जा रहे लड़के-लड़की को भी कुछ लोगों ने पकड़कर बेरहमी से पीटा था। इसका वीडियो वायरल हुआ तो आरोपियों पर कार्रवाई की गई। लॉकडाउन से करीब दो महीने पहले भी हिंदू युवा वाहिनी के नेता अनुज प्रताप सिंह बंटी अपने परिवार के साथ बड़ा बाईपास के ढाबा पर खाना खाने पहुंचे तो उनके साथ अभद्रता की गई। मगर इन छोटी घटनाओं के बावजूद बाईपास पर निगरानी की व्यवस्था मजबूत नहीं की गई और 31 मई को सामूहिक दुष्कर्म जैसी वारदात हो गई।
हुक्का बार और ढाबे विवाद के अड्डे
बड़ा बाईपास पर कुछ ढाबों में चोरी-छिपे हुक्का बार चलाया जा रहा है। शहर के तमाम लड़के-लड़कियां एकांत की तलाश में यहां पहुंचते हैं। इनमें से कुछ ढाबों पर हुक्का, शराब के साथ ही अन्य अनैतिक गतिविधियां भी संचालित होने की सूचना है। जनवरी में यहां के एक ढाबे में हुक्का बार संचालित होने का वीडियो वायरल कर एडीजी से शिकायत की गई तो उस पर कार्रवाई भी हुई। मगर इसके बाद यहां कुछ अन्य ढाबों पर फिर से यह सब शुरू हो गया। अगर कभी कोई शिकायत भी आती है तो मामला दबा दिया जाता है।

पुलिस की लगातार दबिशों से पूरा गांव परेशान, आरोपियों के परिवार और रिश्तेदार घर छोड़कर भागे

बरेली। छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गांव भगवानपुर धीमरी के लोगों का चैन हराम हो गया है। पुलिस लगातार दबिशें देकर लोगों से पूछताछ कर रही है। गांव के लोग इससे काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि गांव का नाम बदनाम करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। उधर, पुलिस की दहशत से आरोपियों के घर के लोग ही नहीं रिश्तेदार तक अपने परिवारों के साथ घरों में ताला लगाकर भाग निकले हैं।

भगवानपुर धीमरी के पास छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गांव में लगातार पुलिस की आवाजाही हो रही है। आरोपियों के घरों की निगरानी के लिए गांव में भी कुछ फोर्स तैनात कर दिया गया है। आरोपियों के कुछ रिश्तेदारों को हिरासत में ले लिया गया है जबकि आरोपियों के परिवार के लोग और बाकी रिश्तेदार घरों में ताला डालकर गांव छोड़ गए हैं। पुलिस के बार-बार गांव आने से लोगों के रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे हैं। इससे गांव के लोग काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जिन लड़कों के नाम आए हैं, वे सभी आवारा किस्म के हैं। कभी-कभी मजदूरी करते हैं और कुछ पैसा कमाने के बाद फिर आवारागर्दी शुरू कर देते हैं। पुलिस को उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

पूछताछ में भेद खुला तो नीरज बना विकास भी गिरफ्तार
पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार विशाल और अनुज पटेल से पूछताछ में पता चला कि घटना में विकास नाम का युवक भी शामिल था जिसके बाद देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़ित छात्रा के बताए नामों में विकास का नाम शामिल नहीं था। दरअसल पीड़िता ने नीरज नाम के युवक को नामजद किया था लेकिन गांव में उसका कोई पता नहीं चल पाया था। बताए गए हुलिये का युवक विकास पता लगा। पूछताछ में विशाल और अनुज ने भी इसकी पुष्टि की कि जिसे नीरज बताया जा रहा है, वह विकास है।

लड़के-लड़की को अकेले देखकर सूझी खुराफात
गोली लगने के बाद जिला अस्पताल आए विशाल ने बताया कि उन लोगों ने लड़का-लड़की को अकेले बैठे देखा तो दिमाग में खुराफात आ गई। वे उन्हें परेशान करना चाहते थे लेकिन साथ के कुछ लड़कों ने गलत हरकतें कर दीं। बोला, वह तो मेहनत-मजदूरी करता है लेकिन इस समय कोई काम नहीं होने के कारण घर में ही था। घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि उन लोगों को उम्मीद नहीं थी कि लड़की इस घटना का खुलासा कर देगी।
बड़ा बाईपास के सुनसान इलाके में अक्सर होती हैं खुराफात
बरेली। बड़ा बाईपास बनने के बाद लड़के-लड़कियों की आवाजाही इधर बढ़ी है। इस इलाके में कई ढाबों में युवाओं को आकर्षित करने के लिए हुक्का बार और शराब के अवैध अड्डे भी चलाए जा रहे हैं। अक्सर यहां आने वाले युवाओं के साथ छेड़छाड़ और बदसलूकी की घटनाएं होती रहती हैं। अब सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद बड़ा बाईपास पर चल रही गतिविधियों की पुलिस के अनदेखा करने पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।

बड़ा बाईपास और उसके आसपास के संपर्क मार्गों पर युवाओं का घूमने निकलना आम हो गया है। आसपास के कॉलेजों में पढ़ने वाले लड़के-लड़कियां अक्सर इधर बाइकों पर पहुंचते हैं। इसके साथ ही यहां घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। दो साल पहले बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में एक बाइक पर जा रहे लड़के-लड़की को भी कुछ लोगों ने पकड़कर बेरहमी से पीटा था। इसका वीडियो वायरल हुआ तो आरोपियों पर कार्रवाई की गई। लॉकडाउन से करीब दो महीने पहले भी हिंदू युवा वाहिनी के नेता अनुज प्रताप सिंह बंटी अपने परिवार के साथ बड़ा बाईपास के ढाबा पर खाना खाने पहुंचे तो उनके साथ अभद्रता की गई। मगर इन छोटी घटनाओं के बावजूद बाईपास पर निगरानी की व्यवस्था मजबूत नहीं की गई और 31 मई को सामूहिक दुष्कर्म जैसी वारदात हो गई।
हुक्का बार और ढाबे विवाद के अड्डे
बड़ा बाईपास पर कुछ ढाबों में चोरी-छिपे हुक्का बार चलाया जा रहा है। शहर के तमाम लड़के-लड़कियां एकांत की तलाश में यहां पहुंचते हैं। इनमें से कुछ ढाबों पर हुक्का, शराब के साथ ही अन्य अनैतिक गतिविधियां भी संचालित होने की सूचना है। जनवरी में यहां के एक ढाबे में हुक्का बार संचालित होने का वीडियो वायरल कर एडीजी से शिकायत की गई तो उस पर कार्रवाई भी हुई। मगर इसके बाद यहां कुछ अन्य ढाबों पर फिर से यह सब शुरू हो गया। अगर कभी कोई शिकायत भी आती है तो मामला दबा दिया जाता है।