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धर्मांतरण से पहले कई छात्रों का डेफ सोसायटी में करवाया था दाखिला, साइन लैंग्वेज जानने वाले मूकबधिर होते थे निशाना

धर्मांतरण रैकेट ने पहले से कई जिलों में टारगेट किए गए बच्चों का दाखिला डेफ सोसायटी में करवाया इस रैकेट के सॉफ्ट टारगेट मूकबधिर थे, लेकिन सिर्फ वही मूकबधिर जिनको साइन लैंग्वेज आती होधर्मांतरण से पहले हर एक मूकबधिर का साइन लैंग्वेज में वीडियो कॉल पर बात भी करवाई जाती थीनोएडायूपी में धर्मांतरण रैकेट के भंडाफोड़ के बाद आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब सामने आया है कि धर्मांतरण रैकेट ने महज नोएडा डेफ सोसायटी-117 में पढ़ने वाले छात्रों को सिर्फ टारगेट ही नहीं किया गया। पहले से कई जिलों में धर्मांतरण के लिए टारगेट किए गए बच्चों का दाखिला भी रैकेट में शामिल लोगों ने नोएडा डेफ सोसायटी में करवाया। यह बातें इस रैकेट का खुलासा करने वाली यूपी एटीएस की जांच में पता चलीं।मूकबधिर जब साइन लैंग्वेज में पारंगत हो गए तब ही उनका धर्मांतरण करवाया गया। इस दौरान पहले से टारगेट के तौर पर चयनित छात्रों के साथ डेफ सोसायटी के दूसरे छात्रों को भी धर्मांतरण के जाल में फंसाया गया।

इस रैकेट के सॉफ्ट टारगेट मूकबधिर थे, लेकिन सिर्फ वही मूकबधिर जिनको साइन लैंग्वेज आती हो। 18 छात्रों का हुआ धर्मांतरणधर्मांतरण से पहले हर एक मूकबधिर का विदेश और दूसरे शहरों में बैठे लोगों से साइन लैंग्वेज में वीडियो कॉल पर बात भी करवाई जाती थी। कई और भी ऐसी संदिग्ध गतिविधियां हैं जिनकी जांच एटीएस व अन्य एजेंसी कर रही हैं। सोसायटी में पढ़े 18 छात्रों के धर्मांतरण की बात सामने आई है। इनमें 10 का नाम पता एटीएस जुटा चुकी है। अभी सोसायटी के एक पूर्व शिक्षक की तलाश में एटीएस लगी हुई है।लखनऊ से वापस लौटेंगी डेफ सोसायटी की संचालिकायूपी एटीएस ने धर्मांतरण रैकेट का खुलासा 21 जून को किया था। इसमें डेफ सोसायटी का नाम भी सामने आया था। सोसायटी की संचालिक रूमा रोका उसी दिन एटीएस की जांच में मदद के लिए लखनऊ गई थी। अब तक एटीएस की जांच में वो लखनऊ में ही रुककर जानकारियां दे रही थी। रविवार को उन्होंने बताया कि वह जांच में सभी मांगी गई जानकारियां दे चुकी हैं।

सोमवार को वह नोएडा पहुंच जाएंगी।फतेहपुर के स्कूल में प्रशासनिक जांचफतेहपुर के नूरुल हुदा इंग्लिश स्कूल में बच्चों को धर्मांतरण के प्रेरित करने के आरोप मामले में प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। रविवार को एसडीएम और जिला विद्यालय निरीक्षक समेत 5 लोगों की टीम ने स्कूल में पुराने रेकॉर्ड खंगाल कई लोगों के बयान दर्ज किए। टीम ने स्कूल के आय-व्यय के ब्यौरे के अलावा अतिथियों और वक्ताओं की लिस्ट वगैरह भी देखी। बर्खास्त टीचर से मिलीं साध्वी निरंजन ज्योतिराष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने प्रशासन को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा था। मार्च में स्कूल से निकाली गई शिक्षिका ने आरोप लगाया था कि दूसरे वर्ग के बच्चों को स्कूल में विशेष प्रार्थना के लिए मजबूर किया गया। वहीं शनिवार को सांसद और केंद्रीय मंत्री सांसद साध्वी निरंजन ज्योति शिक्षिका कल्पना से मिलीं।