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ब‍िजली ग‍िरने से 71 लोगों की मौत,

हाइलाइट्स:उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ब‍िजली ग‍िरने सहित बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 46 लोगों की मौत हिमाचल प्रदेश और जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त यूपी, राजस्‍थान और मध्‍यप्रदेश में बिजली गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 71 (यूपी के 42 लोग) हो गईनई द‍िल्‍ली/लखनऊदेशभर में जोरदार बार‍िश ने जमकर कहर बरपाया है। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ब‍िजली ग‍िरने सहित बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 46 लोगों की मौत हो गई। वहीं बिजली गिरने की घटनाओं में 23 लोग घायल भी हुए हैं।

उधर, हिमाचल प्रदेश और जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से सोमवार को सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया, जबकि कई राज्यों में बिजली गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 71 (यूपी के 42 लोग) हो गई। हालांकि, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की बारिश उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गई है और दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों को प्रभावित किया। इससे पहले 2002 में मॉनसून 19 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था।

उसके बाद से यह शहर में सबसे अधिक देरी वाला मॉनसून है।यूपी के राहत आयुक्त कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि प्रदेश में बिजली गिरने से 42 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन डूब गए और एक ने सांप के काटने से दम तोड़ दिया। उन्‍होंने बताया क‍ि यूपी के प्रयागराज ज‍िले में बिजली गिरने से सबसे ज्यादा मौतें हुईं। इसके बाद कानपुर देहात और फतेहपुर में पांच-पांच, फिरोजाबाद और कौशांबी में तीन-तीन, चित्रकूट, उन्नाव, हमीरपुर और सोनभद्र में दो-दो और कानपुर, मिर्जापुर, हरदोई और बांदा में एक-एक लोगों की मौत हुई।Amer Fort Tragedy: सुहाने मौसम में वॉच टावर पर सेल्फी ले रहे थे लोग, तभी आसमान से मौत बनकर गिरी बिजलीअधिकारी ने बताया कि राज्य में बिजली गिरने से 249 जानवर भी मारे गए।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यूपी के कन्नौज, प्रयागराज, जालौन, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, गोरखपुर, कानपुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, आगरा, महाराजगंज, बलरामपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, हमीरपुर और शाहजहांपुर में बारिश रेकॉर्ड की गई। मंगलवार और बुधवार को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर और गुरुवार को राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।video : आमेर महल आकाशीय बिजली हादसा कितना भयावह!

जानिए लोगों की जुबानीहिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में कारें और दो इमारतें बह गईं, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए गए। खराब मौसम के कारण गग्गल में कांगड़ा हवाई अड्डे को बंद करने के कारण अचानक आई बाढ़ ने कई इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसमें एक सरकारी स्कूल भी शामिल है। जिला प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए पर्यटकों को पहाड़ी शहर की अपनी यात्रा स्थगित करने का निर्देश दिया, जिससे मंडी-पठानकोट राजमार्ग पर यातायात भी बंद हो गया।जम्‍मू में 11 लोगों को बचायाजम्मू के कठुआ क्षेत्र में एक खानाबदोश समुदाय से संबंधित 11 लोगों को भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ के बाद बचाया गया।

जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और कई इलाके जलमग्न हो गए। हालांकि कई जानवर बह गए। भारी बाढ़ के कारण पठानकोट-जम्मू हाइवे पर यातायात बंद हो गया, जबकि भारी बारिश के कारण तवी सहित जम्मू की प्रमुख नदियों में जल स्तर बढ़ गया।बरसात में बाहर हैं? बिजली कड़कते ही हो जाएं सतर्क, इन उपायों से बचा सकते हैं जानराजस्‍थान में 23 की मौतमध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में दो नाबालिगों सहित छह लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। उधर, रविवार को बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में मरने वालों की संख्या राजस्थान में बढ़कर 23 हो गई, जिसमें जयपुर में 12 लोग शामिल हैं। उन घटनाओं में 27 लोग घायल भी हुए थे।