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आतंकी साजिश, मुठभेड़, माफिया पर ऐक्शन

लखनऊडीजीपी की कुर्सी संभाले उन्हें मात्र 10 दिन हुए हैं। इस दौरान उनके नेतृत्व में यूपी पुलिस ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया, नोएडा में डेढ़ लाख के इनामी अपराधी को भी मार गिराया। पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए वह जनता से सीधे संवाद को मुफीद मानते हैं। साथ ही चाहते हैं कि पुलिस तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करे। सरकार ने उन्हें पुलिस महकमे की सबसे बड़ी कुर्सी देकर अपना भरोसा तो जताया ही विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने भी उनकी तैनाती होने के बाद पुलिसिया कार्रवाई में इंसाफ होने की बात कही। हम बात कर रहे हैं यूपी के डीजीपी मुकुल गोयल की।

एनबीटी संवाददाता अंकुर तिवारी ने पुलिसिंग से जुड़े कई पहलुओं पर मुकुल गोयल से बात की।सवाल- विपक्ष के नेता का एक डीजीपी के आने पर यह कहना है कि अब उन्हें इंसाफ की उम्मीद है, पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?जवाब- इस पर मैं कुछ कहना नहीं चाहूंगा। मैं सिर्फ यह कहूंगा कि प्रदेश की पूरी जनता चाहे वह पक्ष में हो या विपक्ष में, उसे इंसाफ दिलाना ही पुलिस का काम है। यही हमारा प्रयास रहेगा।सवाल- प्राथमिकता में क्या है आपकी?जवाब- कई चीजें एक साथ करनी पड़ेंगी। त्योहारों को ठीक से देखना है, जिससे किसी गलती का खामियाजा पुलिस या पब्लिक को ना झेलना पड़े। जनता के साथ संवाद को बेहतर बनाने की कोशिश करूंगा। तकनीक का इस्तेमाल भी पुलिसिंग को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा।सवाल- कई आईपीएस/पुलिसवालों पर गंभीर आरोप हैं। एक आईपीएस एक लाख के इनामी भी हैं। इस तरह के मामलों को रोकने के लिए आप क्या करेंगे?जवाब- कुछ ब्लैक शी‌प्स के कारण पूरा विभाग बदनाम होता है, जिन्होंने गलतियां कीं उनके खिलाफ जांच और उचित कार्रवाई हुई है।

आईपीएस समेत हर पुलिसवाले को खुद ही सोचना पड़ेगा कि अपने काम और आचरण को कानून की सीमा में रखें। जिस काम के लिए वर्दी पहनी है, उस काम को पूर्ण निष्ठा के साथ अंजाम दें। अगर इसके बाद भी वे गलतियां करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।सवाल- सीएम का पसंदीदा विभाग है पुलिस। पुलिस को खुली छूट, संसाधन और हर जरूरत की चीज मुहैया कराई है। क्या पुलिस सीएम की उम्मीदों पर खरी उतरी है?जवाब- पुलिस अच्छा काम कर रही है। यह बात सही है कि सीएम का पुलिस विभाग के साथ काफी लगाव है। वह पुलिस से जुड़े मामलों में काफी इंटरेस्ट लेते हैं। इसके चलते ही पुलिस के प्रस्तावों को बहुत जल्दी मंजूरी मिल रही है। पहले ये सालों लटके रहते थे, इसका रिजल्ट फील्ड में भी देखने को मिला है।सवाल- महकमे के किस क्षेत्र में और काम करने और संसाधनों की जरूरत है?जवाब- आने वाले समय में साइबर क्राइम सबसे बड़ा अपराध होगा।

वर्तमान में हमारे पास 18 रेंज में साइबर थाने हैं। मेरी मंशा है कि हर जिले में एक साइबर थाना होना चाहिए। मैं इस दिशा में काम करूंगा और कोशिश होगी कि जल्द से जल्द हर जिले में साइबर थाना हो। तभी हम साइबर क्राइम से सही से निपट पाएंगे। पुलिसकर्मियों को भी इसकी विवेचना और पड़ताल के लिए हर स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।सवाल- बीते कुछ साल में प्रदेश में प्रतिबंधित संगठनों, आतंकियों और रोंहिग्याओं की गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। इनसे निपटने के लिए क्या रणनीति है?जवाब- यूपी देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। यहां पर हर तरह की समस्या है। जो भी देश विरोधी ग्रुप हैं, वे हमेशा से यूपी में ऐक्टिव रहे हैं। इन पर सही से नजर रखने की जरूरत है। यूपी पुलिस व एटीएस इस काम को सही से कर रही है।

रविवार को नाकाम हुई बड़ी आतंकी साजिश यूपी एटीएस की इसी सक्रियता का नतीजा है।सवाल- माफिया के खिलाफ कार्रवाई में पक्षपात के आरोप लगते हैं…कहा जा रहा है कि टारगेट करके सिर्फ कुछ माफिया के खिलाफ ही कार्रवाई की जा रही है?जवाब- ऐसा नहीं है। माफिया सिर्फ माफिया है। कार्रवाई में किसी तरह का पक्षपात नहीं हो रहा है। अगर किसी के खिलाफ कार्रवाई में पक्षपात की बात सामने आती है तो मैं इसकी जांच कराऊंगा।सवाल- पीपीएस अफसरों में उनकी सेवा संबंधी समस्याओं को लेकर काफी असंतोष है। प्रमोशन समय से नहीं हो रहे हैं। उनका आरोप है कि वरिष्ठ अधिकारी उनकी समस्याओं पर ध्यान भी नहीं दे रहे हैं…आप उनके असंतोष को कैसे दूर करेंगे?जवाब- पीपीएस अफसरों की बात सुनूंगा। उन्होंने मुझसे मिलने के लिए समय मांगा है।

जल्द ही उनसे मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निदान करने की कोशिश करूंगा।सवाल- क्राइम कंट्रोल के लिए एनकाउंटर को सही मानते हैं या सख्त सजा दिलाने को?जवाब- पुलिस देश के कानून के तहत काम करती है। यह कहना गलत है कि क्राइम कंट्रोल सिर्फ एनकाउंटर से किया जाएगा या कानून के तहत। दोनों ही अपनी जगह सही हैं। एनकाउंटर कोई जानबूझ कर नहीं करता है। जब कोई अपराधी पुलिस पर गोली चलाता है तो बचाव में पुलिस भी गोली चलाएगी। पुलिस को हमेशा से अपने बचाव के लिए गोली चलाने का अधिकार रहा है। क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम से जुड़ी सभी इकाइयों को ठीक से काम करते हुए अपराधियों को सख्त सजा दिलाना चाहिए।सवाल- पुलिसिंग से अलग क्या पसंद है?जवाब- काम के अलावा मुझे एक्सरसाइज करना बहुत पसंद है। स्पोर्ट्स मेरी पसंद है। मुझे जब भी मौका मिलता है तो मैच देखना पसंद करता हूं। म्यूजिक सुनना भी मुझे अच्छा लगता है।