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ऑनलाइन क्लास के लिए कर्ज लेकर बेटी को दिलाया था मोबाइल, नोएडा की ऋतु ने यूं दी सपनों को उड़ान

वीरेंद्र शर्मा, नोएडाघर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी ग्रेटर नोएडा के सावित्री बाई फूले स्कूल की छात्रा ने एक मिसाल कायम की है। कोरोना वायरस के दौरान ऑनलाइन क्लास शुरू हुई तो पिता के सामने बेटी को मोबाइल दिलाने की समस्या खड़ी हो गई। पिता ने उधार रुपये लेकर बेटी को ऑनलाइन क्लास के लिए मोबाइल खरीदकर दिया। मुश्किलों के बीच रहकर छात्रा ने 96.8 अंक लाकर स्कूल को टॉप किया है।

मूलरुप से बुलंदशहर के चचोई गांव की रहने वाली ऋतु सोलंकी ने मंगलवार को आए सीबीएसई रिजल्ट में 96.8 प्रतिशत अंक हासिल कर सावित्री बाई फूले इंटर कॉलेज को टॉप किया है। इनके पिता दानवीर सिंह सोलंकी कॉलेज में ही बतौर सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी करते है। सावित्री बाई फूले इंटर कॉलेज की प्रभारी प्रिंसपल प्रीति फोगाट ने बताया कि ऋतु ने 2011 में कॉलेज में फर्स्ट क्लास में एडमिशन लिया था। तभी से यहां पढ़ाई कर रही है। उन्होंने बताया कि ऋतु पढ़ाई में अच्छी है। फर्स्ट क्लास से लेकर अभी तक अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

कोविड 19 के दौरान बेटी को उधार रुपये लेकर दिलाया था फोनऋतु घर में बड़ी है। इनसे छोटा भाई है। दोनों भाई-बहन ग्रेटर नोएडा में रहकर सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं ऋतु ने बताया कि उनकी फाईनेंशियल स्थिति ठीक नहीं है। कोविड-19 के दौरान स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हुई। लेेकिन उनके सामने मोबाइल फोन खरीदने की समस्या खड़ी हो गई। उनकी मा हाउसवाइफ है। तभी पिता ने अपने दोस्तों के साथ उधार रुपये लेकर ऋतु सोलंकी को मोबाइल खरीदकर दिया। ताकि उसकी पढ़ाई प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि घर के हालात ठीक न होने की वजह से कभी टयूशन भी नहीं लिया। उन्होंने कहा कि टीचर और माता पिता ने उनकी खूब मदद की। ऑनलाइन क्लासेस होने के बावजूद टीचरों ने अच्छे से पढ़ाया और फोन पर भी डाउट किलियर किए।

आईएएस बनने की है चाहत
ऋतु सोलंकी का कहना है कि शुरूआत से ही उन्हें घर और टीचरों का पढ़ाई में पूरा सपोर्ट मिला है। साथ ही टीचरों ने उनकी हर मुश्किल को आसान किया है। उनकी आईएएस बनने की तमन्ना है।