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Ghaziabad News: कबाड़ में बेचे मोबाइल से बज रही खतरे की घंटी, हैकर्स फोन से डेटा चुराकर कर रहे इस्तेमाल

गाजियाबाद
पुराना स्मार्ट फोन खराब होकर घर के कोने में डाल दिया जाता है। इस बीच परिवार का कोई सदस्य गलियों में दाल, लहसुन, जीरा और बर्तन बेचने आने वाले को मोबाइल देकर यह समान खरीदते हैं। यही लापरवाही कई लोगों पर भारी पड़ रही है। कभी सोचा है कि इस प्रकार के फोन गलत हाथों में पड़ने के बाद आपका पर्सनल डेटा लोगों के पास जा सकता है।

सीओ साइबर सेल अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि आज के वक्त मोबाइल लोगों की सबसे पर्सनल चीजों में एक है। उसमें आपकी लगभग पूरी डिटेल होती है। ऐसे में जरा सी लापरवाही आपको परेशानी में डाल सकती है।

उन्होंने बताया कि साइबर सेल में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें लोगों की सोशल मीडिया की जानकारी के साथ पर्सनल फोटो और विडियो दूसरों के पास पहुंच गई है। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने किसी को डिटेल नहीं दी। पड़ताल करने पर पता चला कि उन्हें अपने पुराने फोन के बारे में जानकारी ही नहीं है।

ऐसे होता है खेल
साइबर सेल से मिली जानकारी के अनुसार मोबाइल के खराब होने के बाद भी उसकी ड्राइव में डेटा सेव रहता है। नया फोन लेने के बाद लोगों को फोटो और नंबर ड्राइव से नए मोबाइल में मिल जाते हैं, लेकिन यह डेटा पुराने खराब मोबाइल में भी सेव रहता है। ऐसे में शातिर लोग खराब मोबाइल के बदले में लोगों को कुछ सामान देकर मोबाइल फोन ले लेते हैं। बाद में यह फोन सर्विस स्टोर पहुंच जाता है, वहीं से डेटा निकालने का काम शुरू होता है। एक्सपर्ट हार्ड ड्राइव से यह डिटेल निकाल लेते हैं।

खराब मोबाइल को नष्ट करें
सीओ साइबर ने बताया कि खराब मोबाइल को फॉर्मेट किया जाए क्योंकि कई एक्सपर्ट डेटा को रिकवर कर लेते हैं। ऐसे में मोबाइल के खराब होने पर उसे किसी को अनजान को न दें, वहीं मोबाइल को नष्ट ही करवाएं। आज के टाइम में ऑफिशियल कंपनी ई-वेस्ट लेती हैं और उसे नष्ट करती हैं। इस प्रकार की कंपनियों की मदद ली जा सकती है, लेकिन कंपनी को चुनते वक्त भी सावधानी बरतें। कुछ लोग इन कंपनियों के नाम पर भी लोगों को टारगेट कर रहे हैं।