Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

UP Election 2022 : लखीमपुर खीरी में आज होगा सत्ता का संग्राम, महिलाएं और युवा बताएंगे चुनावी मुद्दे, नेताओं से होंगे सवाल

भारत-नेपाल सीमा पर सटे उत्तर प्रदेश का ये सबसे बड़ा जिला अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, लखीमपुर को पहले लक्ष्मीपुर के नाम से जाना जाता था। पर्यटन और एडवेंचर के लिहाज से भी लखीमपुर खीरी की अलग पहचान है। यहां दुधवा राष्ट्रीय उद्यान है, जो पूरे देश के लिए आकर्षण का केंद्र है।

इस ऐतिहासिक और खूबसूरत जिले की चर्चा इन दिनों पूरे देश में जोरशोर से हो रही है। यहीं पर पिछले दिनों रैली निकाल रहे किसानों पर कार चढ़ाई गई थी। इसका आरोप केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे पर लगा है। मामले में अभी जांच चल रही है। ऐसी घटना के बाद जिले में अब क्या राजनीतिक हलचलें हैं? आम लोग क्या सोचते हैं? अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में क्या मुद्दे होंगे? लोग योगी सरकार के अब तक के कामकाज से खुश हैं या नाराज? भाजपा अब किन मुद्दों के साथ यहां वोट मांगने आएगी? ऐसी ही तमाम सवालों के साथ आज चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ लखीमपुर खीरी पहुंचेगा।

आपके पास भी इस मंच से जुड़ने का अच्छा मौका है। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत से होते हुए शाहजहांपुर तक पहुंचा चुका है। अब अगला पड़ाव लखीमपुर खीरी है।

‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?
चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहतहर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे। आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।