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UP Election 2022 : मथुरा में आज होगा सत्ता का संग्राम, चुनावी मुद्दों की होगी बात, नेताओं से पूछे जाएंगे सवाल

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध मथुरा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में यहां हर साल लाखों श्रद्धालु पूजा-पाठ करने आते हैं। मथुरा की होली भी काफी मशहूर है। यहां फूलों और लठ मार होली खेली जाती है। ऐसे खूबसूरत जिले की राजनीतिक चर्चाएं भी पूरे देश में होती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की सांसद मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी हैं। इसके अलावा प्रदेश के बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा भी मथुरा से ही आते हैं। पांच विधानसभा सीटों में चार पर भाजपा और एक पर बसपा का कब्जा है।

अब अगले साल यहां फिर से चुनाव होने हैं। ऐसे में इस बार आम लोगों के लिए चुनाव में क्या मुद्दे होंगे? युवा, महिलाएं और यहां की आम जनता मौजूदा सरकार के बारे में क्या सोचती है? क्या इन साढ़े चार साल में आगरा का विकास हो पाया या नहीं? राजनीतिक दलों के नेताओं का क्या मानना है? वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे? ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ रविवार को मथुरा में होगा।

आप भी  इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

अब तक इन जिलों में हुआ कार्यक्रम
अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद होते हुए आगरा पहुंचा है। अब अगला पड़ाव मथुरा है।

‘सत्ता का संग्राम’ में क्या होगा खास?
चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहतर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। चाय पर चर्चा के साथ-साथ महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे।  आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।

अखबार और amarujala.com पर आपको कार्यक्रम स्थल की जानकारी मिलेगी।
‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़ा व्यापक जमीनी कवरेज आप अखबार में पढ़ सकेंगे।
amarujala.com पर आप कार्यक्रमों को लाइव देख सकेंगे।
सभी कार्यक्रमडिजिटल के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल पर भी देखे जा सकेंगे।
इन सभी कार्यक्रमों के जरिए दर्ज होने वाली जनता की आवाज विशेष रूप से पॉडकास्ट “आवाज” पर भी उपलब्ध रहेगी।

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध मथुरा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में यहां हर साल लाखों श्रद्धालु पूजा-पाठ करने आते हैं। मथुरा की होली भी काफी मशहूर है। यहां फूलों और लठ मार होली खेली जाती है। ऐसे खूबसूरत जिले की राजनीतिक चर्चाएं भी पूरे देश में होती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की सांसद मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी हैं। इसके अलावा प्रदेश के बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा भी मथुरा से ही आते हैं। पांच विधानसभा सीटों में चार पर भाजपा और एक पर बसपा का कब्जा है।

अब अगले साल यहां फिर से चुनाव होने हैं। ऐसे में इस बार आम लोगों के लिए चुनाव में क्या मुद्दे होंगे? युवा, महिलाएं और यहां की आम जनता मौजूदा सरकार के बारे में क्या सोचती है? क्या इन साढ़े चार साल में आगरा का विकास हो पाया या नहीं? राजनीतिक दलों के नेताओं का क्या मानना है? वह किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे? ऐसे तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए ‘ चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ रविवार को मथुरा में होगा।

आप भी इस मंच से जुड़ सकते हैं। इसके जरिए आप अपने क्षेत्र, शहर, राज्य और देश के हर मुद्दों को उठा पाएंगे। आप बता पाएंगे कि आने वाले चुनाव में नेताओं और राजनीतिक दलों से आपको क्या उम्मीदें हैं? किन मसलों को लेकर आप वोट करेंगे और नेताओं से आप क्या चाहते हैं?

अब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह कार्यक्रम हो चुका है। गाजियाबाद से शुरू हुआ ‘सत्ता का संग्राम’ मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद होते हुए आगरा पहुंचा है। अब अगला पड़ाव मथुरा है।

चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ के तहत  हर वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचेगा। चाय पर चर्चा के साथ-साथ महिलाओं-युवाओं से संवाद होगा और राजनीतिक हस्तियों से सीधे सवाल पूछे जाएंगे।आपको एक मंच दे रहा है, जहां आप बातों को रख सकेंगे, ताकि जब राजनीतिक हस्तियां चुनावी रैलियां करने आएं तो उन्हें आपसे जुड़े जमीनी मुद्दे भी याद रहें।

विशेष प्रोत्साहन की व्यवस्था

‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रमों में जमीनी स्तर पर हिस्सा लेने वाले दर्शकों और श्रोताओं के लिए विशेष प्रोत्साहन की भी व्यवस्था की गई है।