Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

सपा का दामन थाम BJP पर जमकर बरसे विनय शंकर तिवारी, बोले- सिर्फ प्रचार में है योगी सरकार का काम, धरातल पर नहीं

अभय सिंह राठौर, लखनऊ
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। हर दल अपने-अपने तरीके से जनता को अपने पाले में लाने में जुट गया है। ऐसे में नेता भी अपनी नैया पार लगाने के लिए दूसरी पार्टियों का सहारा ले रहे हैं। रविवार को बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती को करारा झटका लगा और पूर्वांचल की सियासत के कद्दावर बसपा नेता हरिशंकर तिवारी का कुनबा समाजवादी पार्टी में शामिल हो गया है। अखिलेश यादव की मौजूदगी में हरिशंकर तिवारी के दोनों बेटों और भांजे ने पार्टी का दामन थाम लिया।

‘आखिर क्या कारण है कि BSP के पास 19 में से 3 विधायक बचे’
गोरखपुर की चिल्लूपार विधानसभा सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी भी सपा में शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने बसपा नेतृत्व पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा आखिर क्या कारण है कि जिस बहुजन समाज पार्टी के पास 2017 में 19 विधायक थे, आज उसके पास सिर्फ 3 विधायक बचे हैं। इस पर पार्टी को विचार करने की जरूरत है। वहीं मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2017 में उत्साह से साथ सरकार बनी थी लेकिन कुछ दिन बाद अघोषित कर्फ्यू जैसा हो गया है। कोई बोल नहीं सकता, कोई ट्वीट नहीं कर सकता, कोई अपनी बात नहीं कह सकता।

उन्होंने आगे कहा कि अगर आप कुछ कहते हैं तो आप पर FIR हो रही है। जेल हो जा रही है तो पूरी तरह से अघोषित इमरजेंसी लगा दी गई है। उस अघोषित इमरजेंसी से सिर्फ समाजवादी पार्टी ने लड़ा है इसलिये आज हम लोग अखिलेश यादव के साथ आए हैं।

‘चुनाव प्रचार में मुख्यमंत्री चेहरा नहीं’
विनय शंकर तिवारी ने सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पिछले कार्यकाल की तारीफ करते हुए उनको विजनरी नेता बताया है। एक्सप्रेस-वे, कैंसर हॉस्पिटल, मेट्रो, छात्रों को लैपटॉप बांटने जैसे कामों को गिनाया। उन्होंने कहा कि अगर वो सत्ता में वापसी करते हैं तो विकास और बेरोजगारी की बात होगी। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ प्रचार कर रही है। धरातल पर कोई काम नहीं कर रही है। बीजेपी ने जिसे मुख्यमंत्री बनाया है उस चेहरे का उपयोग प्रचार के लिए नहीं कर रही है। प्रचार के लिए प्रधानमंत्री का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे बीजेपी की हताशा साफ दिख रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने साढ़े 4 साल में सिर्फ प्रचार किया। वहीं सूबे के योगी सरकार के कार्यकाल पर उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल सरकार ने सिर्फ प्रचार का काम किया है। जिस तरह से अंग्रेजो के लाल डलहौजी के जमाने में सुना है-पढा है कि वो सब संपात्ति लेकर चले जाते हैं। उसी तरह ये सरकार दूसरे के किए कामों पर अपना पत्थर लगाने का काम कर रही है। राजधानी लखनऊ के अंदर ही 10 काम ऐसे नहीं हैं जिनका शिलान्यास और उद्घाटन इस सरकार ने किया हो।

You may have missed