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Noida Pollution news: 400 के पार पहुंचा AQI, देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा नोएडा

नोएडा/ग्रेनो
हवा की रफ्तार सुस्त पड़ते ही सर्दी का सितम थोड़ा कम हुआ है लेकिन प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगा है। गुरुवार को नोएडा-ग्रेनो में एक बार फिर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 के पार पहुंच गया। कोहरे के बीच जहरीली हुई हवा का सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ेगा। स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी भी काफी कम हुई है।

बुधवार को नोएडा देश का चौथा शहर और ग्रेटर नोएडा सातवां सबसे प्रदूषित शहर था, लेकिन गुरुवार को नोएडा देश में दूसरा और ग्रेटर नोएडा पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। नोएडा के न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से गुरुवार शाम जारी बुलेटिन के मुताबिक, गुरुवार को नोएडा का एक्यूआई 432 और ग्रेटर नोएडा के एक्यूआई 412 दर्ज किया गया। अचानक बढ़े प्रदूषण की वजह से पहले से बीमार लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में लोगों को ठंड से कुछ राहत मिलेगी। 30 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री तक जा सकता है। ठंड कम होने के साथ प्रदूषण लोगों को अधिक परेशान करेगा। प्रदूषण का स्तर सामान्य से गंभीर की श्रेणी में पहुंच गया है।

सांसों पर संकट
जिला अस्पताल सेक्टर 30 में फिजिशन डॉ प्रदीप कुमार शैलत का कहना है कि प्रदूषण और कोहरा जब एक साथ होता है तो रेस्पेरेटरी समस्याएं बढ़ जाती हैं। सांस फूलना, दम घुटना, ऑक्सिजन लेवल कम होना आदि समस्याएं होती हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति सही से सांस नहीं ले पाता है। सांस नली सिकुड़ जाती है तो दम घुटने लगता है, ऐसे में तुरंत ऑक्सिजन की जरूरत होती है। ऑक्सिजन न मिले तो इनहेलर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

यूपीपीसीबी के क्षेत्राधिकारी भुवन प्रकाश यादव ने कहा कि हवा की गति थमी हुई है। तापमान में गिरावट होने से सर्दी बढ़ी है। स्मॉग इन सभी वजहों से जमीन की निचली सतह पर रुका हुआ है। इस कारण एक्यूआई बढ़ा है। क्षेत्रीय स्तर पर प्रदूषण की स्थिति पर टीम नजर रखे हुए है।

एनसीआर के शहरों में AQI का स्तर

नोएडा – 432
ग्रेटर नोएडा – 412
फरीदाबाद – 452
गाजियाबाद – 411
गुड़गांव – 362

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