Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Priyanka Gandhi News: आगरा सुराक्षित सीट पर वाल्मीकि समाज से होगा कांग्रेस का प्रत्याशी, प्रियंका ने मांगा उम्मीदवार का नाम

सुनील साकेत, आगरा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने वाल्मीकि समाज के साथ सहानभूति दिखाते हुए ऐलान किया है कि आगरा की सुरक्षित सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी वाल्मीकि समाज से होगा। आगरा और हाथरस कांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज पर लगातार हो रहे जुल्म से वे आहत हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को सिरसागंज के बाद शाम सात बजे आगरा पहुंची थीं। एमजी रोड स्थित वाल्मीकि वाटिका में कांग्रेस महासचिव ने वाल्मीकि समाज के तख्त चौधरियों से मुलाकात की। उन्होंने आगरा पुलिस की कस्टडी में मरने वाले अरुण वाल्मीकि के परिवार से भी मुलाकात की।

प्रियंका गांधी ने कहा कि आगरा में अरुण वाल्मीकि की हत्या और हाथरस में बेटी के साथ हुई दरिंदगी के बाद उनका मन बहुत भारी था। प्रदेश में लगातार वाल्मीकि समाज पर अत्याचार हो रहे हैं। अपने साथ हुए अत्याचारों के बदला वह खुद लड़के लेगा। इसीलिए उन्होंने समाज के लोगों के साथ आज चर्चा की है। उन्होंने वाल्मीकि समाज से उम्मीदवारों के नाम मांगे हैं, जोकि कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी बनेगा। उन्होंने बताया कि चार-पांच दिन पहले उन्होंने अपना एक प्रतिनिधि मंडल आगरा भेजा था, जिसने वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ चर्चा की थी।

बीजेपी का वोटर माना जाता है वाल्मीकि समाज
राजनीतिक दृष्टिकोण से आगरा दलितों की राजधानी मानी जाती है। यहां दलितों में जाटवों के बाद वाल्मीकि समाज के लोगों की अच्छी खासी आबादी है। वाल्मीकि समाज बीजेपी का वोटर माना जाता है। आगरा में बीजेपी ने मेयर के लिए वाल्मीकि समाज के इंद्रजीत को प्रत्याशी बनाया था। उन्हें जीत भी मिली थी। वाल्मीकि समाज के प्रति प्रियंका गांधी की सहानुभूति बीजेपी के वोटबैंक में सेंधमारी है।

अरुण वाल्मीकि के परिवार को दी थी आर्थिक सहायता
आगरा के थाना जगदीशपुरा में हुई चोरी की घटना के बाद पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत हो गई थी। अरुण थाना जगदीशपुरा में सफाई कार्य करता था। अरुण की मौत के बाद प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए लोहामंडी स्थित उनके घर आई थीं। उन्होंने परिवार को आर्थिक सहायता के तौर पर 30 लाख मदद की थी। साथ ही बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला था।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) की तैयारी शुरू हो चुकी है। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए ये चुनाव फरवरी से अप्रैल के बीच हो सकते हैं। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है. 17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया।

वहीं, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party ) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bhartiya Janata Party) के बीच है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।

You may have missed